झारखंड : नक्सलियों ने व्यवसायियों को दिया था नोट बदलने, कई ने नहीं लौटायी राशि

जमशेदपुर :पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आठ नवंबर को 500 व 1000 रुपये के नोट को बंद करने का एलान करने के बादनक्सली आकाश तथा मदन महतो ने नोटबंदी के दौरान कई व्यापारियों की नोट बदलवाने के लिए मोटी रकम दी थी, लेकिन कईयों ने राशि वापस नहीं की. साथ ही साथ आकाश व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2017 8:51 AM
जमशेदपुर :पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आठ नवंबर को 500 व 1000 रुपये के नोट को बंद करने का एलान करने के बादनक्सली आकाश तथा मदन महतो ने नोटबंदी के दौरान कई व्यापारियों की नोट बदलवाने के लिए मोटी रकम दी थी, लेकिन कईयों ने राशि वापस नहीं की. साथ ही साथ आकाश व मदन महतो के दस्ता को कौन-कौन व्यापारी लेवी देते थे, दस्ता में कितने सदस्य हैं और किसको कौन-सी जिम्मेदारी सौंपी गयी है, ये महत्वपूर्ण जानकारी झारखंड की पूर्वी सिंहभूम जिला पुलिस को मुठभेड़ के बाद हाथ लगी है.

घाटशिला के बासाडेरा गांव से सटे धारागिरी पहाड़ में सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन (बंगाल) तथा जिला पुलिस की टीम के साथ आकाश और मदन महतो के दस्ता के बीच हुई थी. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने जंगल से डायरी समेत कई अहम दस्तावेज व वर्दी जब्त की थी, जिसमें पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक आकाश के द्वारा लंबे समय से रुपयों के लेन-देन का उल्लेख डायरी में है. साथ ही पुलिस को यह भी पुख्ता जानकारी मिली है कि आकाश और मदन महतो के दस्ता में 12 से 15 की संख्या में लोग हैं.

पहले फायर करने का एडवांटेज मिला नक्सलियों को. पुलिस सूत्रों के अनुसार गुडाबांदा में सक्रिय दस्ता के कान्हू राम मुंडा समेत छह लोगों के जिला पुलिस और पटमदा व एमजीएम क्षेत्र में सक्रिय राहुल के अपनी पत्नी संग बंगाल पुलिस के समक्ष सरेंडर करने के बाद से आकाश व मदन महतो का दस्ता घाटशिला के बासाडेरा, टिकरी, तीनकोरिया पहाड़ और डेनमुरी के जंगल में सक्रिय है. वहीं पुलिस टीम एएसपी अभियान प्रणव आनंद झा के नेतृत्व में आकाश और उसके दस्ता को खदेड़ने में लगी है. पुलिस ऐसा मान रही है कि यदि पुलिस टीम बांसाडेरा गांव से सटे जंगल में सुबह पांच से छह बजे के बीच में फायर करती, तो नक्सलियों को काफी नुकसान होता. चुंकि सुबह पौने दस बजे जिला पुलिस ने पहाड़ की घेराबंदी करने पहुंची, तो दिन के उजाला में पहाड़ की ऊंचाई पुलिस टीम को देख कर नक्सलियों ने पहला फायर किया. जिसका उन्हें एडवांटेज मिला. इसमें एक जवान घायल हो गया, जिससे पुलिस को पोजिशन लेने में दिक्कत हुई.
पुलिस जारी रखेगी अभियान
ग्रामीण एसपी शैलेंद्र वर्णवाल ने कहा है कि घाटशिला के चार पहाड़ियों को पुलिस ने चारों तरफ से घेर रखा है. आकाश और मदन महतो दस्ता को किसी भी कीमत पर निकलने नहीं दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि मुठभेड़ आगे भी जारी रहेगी. मुठभेड़ में पुलिस को फायदा और नक्सलियों को नुकसान पहुंचेगा. दस्ता पहाड़ पर छुपा है और उनके हर एक मूवमेंट पर पुलिस नजर रखी हुई है.बासाडेरा जंगल में ही एएसपी का अंगरक्षक मारा गया था. घाटशिला के बासाडेरा, टिकरी, तीनकोरिया और डेनमुरी पहाड़ ऊंचाई पर है.

जिसके वजह से पुलिस को नीचे से ऊपर चढ़ना पड़ता है. वहीं नक्सलियों के पहाड़ के ऊपर रहने के कारण पुलिस को पोजिशन लेने में दिक्कत होती है. बासाडेरा के जंगल में ही एक मुठभेड़ के दौरान एएसपी अनीश गुप्ता का अंगरक्षक शहीद हुआ था. फिलहाल पुलिस टीम ने सभी गांव की घेराबंदी कर रखी है.

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