ई-कोलाइ बैक्टीरिया से फैला डायरिया
जमशेदपुर. एमजीएम मेडिकल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं की बीमारी का जिम्मेवार ई कोलाइ बैक्टीरिया निकला. गंदे पानी का उपयोग व दूषित पानी से बने भोजन के माध्यम से बैक्टीरिया शरीर में गया और छात्राओं में डायरिया की शिकायत शुरू हुई. यह खुलासा जिला सर्विलांस विभाग द्वारा बीमार छात्राओं की दस्त की करायी गयी […]
जमशेदपुर. एमजीएम मेडिकल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं की बीमारी का जिम्मेवार ई कोलाइ बैक्टीरिया निकला. गंदे पानी का उपयोग व दूषित पानी से बने भोजन के माध्यम से बैक्टीरिया शरीर में गया और छात्राओं में डायरिया की शिकायत शुरू हुई. यह खुलासा जिला सर्विलांस विभाग द्वारा बीमार छात्राओं की दस्त की करायी गयी जांच से हुआ है. सर्विलांस पदाधिकारी डॉ साहिर पाल के अनुसार ई-कोलाइ बैक्टीरिया से पीड़ित होने के कारण ही छात्राओं में दस्त, उल्टी व बुखार की शिकायत शुरू हुई. समय पर इलाज नहीं कराने पर इससे पीड़ित मरीज की जान तक चली जाती है.
अभी हॉस्टल में सप्लाई पानी की जांच रिपोर्ट नहीं आयी है. पानी की जांच रिपोर्ट से यह पता चल सकेगा कि यह प्रदूषित कैसे हुआ? जिला सर्विलांस पदाधिकारी ने बताया कि पूरी रिपोर्ट दिल्ली सर्विलांस ऑफिस व रांची मुख्यालय को भेजी जा रही है. 40 छात्राएं हुई थी बीमार. एमजीएम कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली मेडिकल की 40 छात्राओं की तबीयत खराब हो गयी थी. प्रभावित आठ छात्रओं को टीएमएच व 32 काे एमजीएम में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों के अनुसार सभी छात्राएं अब स्वस्थ महसूस कर रही है, उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है.
क्या है ई-कोलाइ
ई-कोलाइ दरअसल इशचेरिचिया कोलाई का संक्षिप्त रूप है. यह एक तरह का बैक्टीरिया है जो इंसान व पशु दोनों की पेट में हमेशा रहता है. आमतौर पर यह बैक्टीरिया हानि रहित होता है, लेकिन इसके कुछ ऐसे बैक्टीरिया भी हैं जो पेट में मरोड़, उल्टी, थकान, बुखार व दस्त के लक्षण पैदा करते है. कई मामलों में पीड़ितों का गुर्दा तक काम करना बंद कर देता है और संक्रमित व्यक्ति की मौत हो जाती है.