हत्यारों का आजीवन कारावास बरकरार

जमशेदपुर/रांची : हाइकोर्ट ने बिष्टुपुर के चमरिया गेस्ट हाउस के बाहर 1987 में झामुमो नेता निर्मल महतो की हत्या के मामले में सजायाफ्ता की सजा को बरकरार रखा है. इस हत्याकांड में नरेंद्र सिंह उर्फ पंडित व धीरेंद्र सिंह आजावीन कारावास की सजा काट रहे हैं. इसी मामले में आजीवन कारावास की सजा काटने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 1, 2017 8:44 AM

जमशेदपुर/रांची : हाइकोर्ट ने बिष्टुपुर के चमरिया गेस्ट हाउस के बाहर 1987 में झामुमो नेता निर्मल महतो की हत्या के मामले में सजायाफ्ता की सजा को बरकरार रखा है. इस हत्याकांड में नरेंद्र सिंह उर्फ पंडित व धीरेंद्र सिंह आजावीन कारावास की सजा काट रहे हैं.

इसी मामले में आजीवन कारावास की सजा काटने के दौरान गोलमुरी गाढ़ाबासा निवासी वीरेंद्र सिंह की मौत हो चुकी है. दोनों सजायाफ्ता आरोपियों के अधिवक्ता की तरफ से हाईकोर्ट में दायर की गयी अपील पर जस्टिस एचसी मिश्रा

आठ अगस्त 1987 को झामुमो विधायक सूरज मंडल, ज्ञानरंजन, निर्मल महतो, बाबूलाल सोइन और शिवाजी राव रांची से जमशेदपुर में आकर चमरिया गेस्ट हाउस के कमरा नंबर एक और दो में ठहरे थे. सभी मित्र अवतार सिंह तारी की मां के श्राद्ध समारोह में शरीक होने आये थे. सुबह के पौने 12 बजे निर्मल महतो, सूरज मंडल, एनके सिंह, सुनील बरन बनर्जी, आइके चौधरी, निर्मल भट्टाचार्य.

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