पांच माह में ही नवनिर्मित फ्लैटों में आयी दरार
जमशेदपुर : गोलमुरी पुलिस लाइन में वर्ष 2016 के अंत में बन कर तैयार हुए फ्लैटों की दीवारों में दरारें नजर आने लगी है. फ्लैट की दीवारों को देखकर ऐसा नहीं लगता कि वे किसी हल्के भूकंप का झटका भी झेल पायेंगी. याद रहे कि अभी पांच माह पूर्व ही मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इन […]
जमशेदपुर : गोलमुरी पुलिस लाइन में वर्ष 2016 के अंत में बन कर तैयार हुए फ्लैटों की दीवारों में दरारें नजर आने लगी है. फ्लैट की दीवारों को देखकर ऐसा नहीं लगता कि वे किसी हल्के भूकंप का झटका भी झेल पायेंगी. याद रहे कि अभी पांच माह पूर्व ही मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इन भवनों का ऑनलाइन उद्घाटन किया था, जिसके बाद उन्हें पुलिसकर्मियों को रहने के लिए आबंटित किया गया था. लेकिन पुलिसकर्मी पांच माह में ही इसकी दुर्दशा से परेशान हो गये हैं.
हालात हैं कि यहां रह रहे पुलिसकर्मी अब फ्लैट छोड़ प्राइवेट घर तलाशने लगे हैं. कुछ पुलिसकर्मी तो फ्लैट छोड़कर प्राइवेट मकानों में शिफ्ट भी हो चुके है.
गुणवत्ता ताक पर
पुलिसकर्मियों के अनुसार फ्लैटों के निर्माण में गुणवत्ता काे ताक पर रखा गया है. अब तक फ्लैटों तक जाने के लिए सड़क भी नहीं बन पायी है. पार्किंग स्थलों पर कचरे का अंबार लगा है. शौचालय और बाथरूम का पानी भी दीवारों से रिसने लगा है. याद रहे कि पुलिस लाइन में इंस्पेक्टर से लेकर सिपाहियों तक के रहने के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस 192 फ्लैट बनाये गये हैं. इनमें इंस्पेक्टर से एएसआइ तक के लिए 1200 वर्गफीट के जबकि सिपाहियों के लिए 900-1000 वर्गफीट के फ्लैट बनाये गये हैं.
नहीं बना रास्ता, गंदगी में निकल रहे सांप
ठेकेदार द्वारा फ्लैट तक पहुंचने के लिए सड़क तक नहीं बनवायी गयी है. फ्लैटों के निर्माण के लिए खोदी गयी मिट्टी भी बेतरतीब पड़ी हुई है, जबकि फ्लैट के चारों ओर गंदगी का अंबार लगा है, जिससे भवन नया होने के बाद भी लोगों का वहां रहना मुश्किल हो गया है.
गंदगी के कारण बढ़ गया मच्छरों का उत्पात
ठेकेदार ने फ्लैट के सामने बांस-बल्ली और पटरा भी छोड़ गया है. फ्लैट में रह रही पुलिसकर्मियों की पत्नियों ने बताया कि बांस अौर पटरों के ढेर से आये दिन सांप निकलते रहते हैं. साफ-सफाई नहीं होने के कारण वे बच्चों को बाहर नहीं जाने देते. उन्होंने बताया कि वहां सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है तथा विभाग भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहा, जिससे गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है.
पार्किंग में बह रहा मल, बदबू से जीना मुहाल
फ्लैटों में पुलिसकर्मियों के वाहन खड़े करने के लिए बनी पार्किंग में नये भवन के ड्रेनेज का गंदा पानी और मल-मूत्र बह रहा है. पार्किंग स्थल में कोई काम ही नहीं हुआ है. इससे बरसात शुरू होते ही पार्किंग वाले हिस्से में कचरा जमा हो जाता है, जिससे लोगों का उधर जाना भी मुशिक्ल हो जाता है. गंदा पानी बहने से उधर काफी बदबू भी आती है, जिससे फ्लैट में रहनेवालों को अपनी खिड़कियां हमेशा बंद रखनी पड़ती हैं.