महिला रेलकर्मी ने ऑफिस में खाया जहर

टाटानगर रेलवे इंजीनियरिंग विभाग. तीन वरीय पदाधिकारियों पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप टाटानगर आइओडब्ल्यू विभाग में कार्यरत है ग्रुप डी महिला कर्मचारी जमशेदपुर : टाटानगर आइओडब्ल्यू में ग्रुप डी मेंं कार्यरत महिला रेलकर्मी ने शनिवार को ड्यूटी में ही जहरीला पदार्थ खाकर जान देने की कोशिश की. मौके पर मौजूद रेलकर्मी उसे टाटानगर रेलवे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2017 4:57 AM

टाटानगर रेलवे इंजीनियरिंग विभाग. तीन वरीय पदाधिकारियों पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप

टाटानगर आइओडब्ल्यू विभाग में कार्यरत है ग्रुप डी महिला कर्मचारी
जमशेदपुर : टाटानगर आइओडब्ल्यू में ग्रुप डी मेंं कार्यरत महिला रेलकर्मी ने शनिवार को ड्यूटी में ही जहरीला पदार्थ खाकर जान देने की कोशिश की. मौके पर मौजूद रेलकर्मी उसे टाटानगर रेलवे अस्पताल लेकर आये. प्राथमिक उपचार के बाद उसे टाटा मोटर्स अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. महिला के पर्स से एक हस्तलिखित पत्र बरामद किया गया है जिसमें उसने कार्यालय प्रमुख एडीइएन-वन एसके दास, आइओडब्ल्यू आरके सिंह और पीडब्ल्यू पदाधिकारी एसएन प्रसाद पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है तथा तंग आकर जहर खाने की बात कही है. महिला के पति ने परसुडीह पुलिस को घटना की जानकारी दी है.
महिला रेलकर्मी करीब डेढ़ साल से यहां ट्रैक मेंटेनर के पद पर कार्यरत है. इधर, घटना की जानकारी मिलने पर सांसद प्रतिनिधि संजीव कुमार के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने एइएन वन कार्यालय का घेराव कर हंगामा मचाया. इस मामले में आइओडब्ल्यू आरके सिंह से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. क्या है हस्तलिखित नोट में. महिला के पर्स से बरामद नोट में लिखा है कि आइओडब्ल्यू आरके सिंह उसका शारीरिक शोषण करना चाहता है. इसमें सफल नहीं होने पर उसे (महिला को) जान बुझ कर परेशान करने लगा और गलत आरोप लगाने लगा. जब इसकी शिकायत एइएन-वन एसके दास से करने गयी, तो उन्होंने भी उनकी नहीं सुनी. उसके बाद से उसे और भी अधिक परेशान किया जाने लगा. इसी दौरान 27 फरवरी से उसको अनुपस्थित कर दिया गया. जब इसकी सूचना डीइएन, चक्रधरपुर को देनी चाही तो वरीय पदाधिकारियों को भी गलत बातें बातकर भ्रमित कर दिया गया. इसके बाद उसे (महिला को) गैंग मैन के काम पर लगा दिया गया. बार-बार नौकरी से निकलवा देने की धमकी दी जाने लगी. महिला ने नोट में लिखा है कि उसका अब काम करते हुए दम घुट रहा है. ऐसे लोगों के बीच काम करते हुए वह जीना नहीं चाहती. मेरी मौत के लिए जिम्मेवार एइएन-वन एसके दास, आइओडब्ल्यू आरके सिंह और पीडब्ल्यूआइ एसएन प्रसाद होंगे.
भाजपाइयों ने एडीइएन काे घेरा. घटना की जानकारी मिलने के बाद सांसद प्रतिनिधि संजीव कुमार, परसुडीह मंडल अध्यक्ष पंकज सिन्हा, घाघीडीह मंडल अध्यक्ष संदीप शर्मा उर्फ बॉबी ने एडीइएन वन के कार्यालय पर हंगामा किया. भाजपाइयों ने परसुडीह थाना प्रभारी शंकर ठाकुर को फाेन कर जानकारी दी एवं तीनों पदाधिकारियों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की. चक्रधरपुर रेल मंडल के वरीय पदाधिकारी को भी पूरी सूचना दी गयी है तथा महिला को प्रताड़ित करने वाले पदाधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग की.
महिला के पर्स से मिले हस्तलिखित नोट में लिखा है : एइएन-वन, आइओडब्ल्यू शारीरिक शोषण करना चाहते थे, तंग आकर अब जीना नहीं चाहती.
मुझ पर लगाया गया आरोप गलत : एसके दास
एडीइएन-वन एसके दास ने बताया कि रेलकर्मी द्वारा लगाये गये आरोप गलत है. महिला रेगुलर ड्यूटी नहीं अाती थी. कई दिनों से बिना सूचना के गायब थी. शनिवार को ही उसने ड्यूटी ज्वाइन की थी.
प्रताड़ना से तंग आकर महिला रेलकर्मी ने जहर खा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया है. उसे टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है. महिला का बयान लेने के बाद जो भी दोषी पाया जायेगा, उस पर कार्रवाई की जायेगी. महिला के पर्स से हस्तलिखित नोट पुलिस को मिला है.
शंकर ठाकुर,थाना प्रभारी, परसुडीह.

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