सीएनटी पर झामुमो के धरना में पहुंचे सहिस

जमशेदपुर : झारखंड मुक्ति माेरचा जिला समिति के बैनर तले बुधवार काे डिमना चाैक पर सीएनटी-एसपीटी में संशाेधन के खिलाफ टाटा लीज में ली गयी रैयताें की जमीन वापस करने को लेकर तीर-धनुष के साथ महाधरना दिया गया. झामुमाे के महाधरना स्थल पर सरकार में सहयोगी आजसू पार्टी के विधायक रामचंद्र सहिस भी पहुंचे. सहिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2017 9:26 AM
जमशेदपुर : झारखंड मुक्ति माेरचा जिला समिति के बैनर तले बुधवार काे डिमना चाैक पर सीएनटी-एसपीटी में संशाेधन के खिलाफ टाटा लीज में ली गयी रैयताें की जमीन वापस करने को लेकर तीर-धनुष के साथ महाधरना दिया गया.
झामुमाे के महाधरना स्थल पर सरकार में सहयोगी आजसू पार्टी के विधायक रामचंद्र सहिस भी पहुंचे. सहिस ने लोगों को होली की शुभकामना दी. पटमदा दाैरे के क्रम में रामचंद्र सहिस वहां से गुजर रहे थे. सहिस के धरना मंच पर जाने व बहरागाेड़ा विधायक कुणाल षाड़ंगी, जिलाध्यक्ष रामदास साेरेन से चर्चा करने से नये राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं.
इससे पहले डिमना चाैक पर बाबा तिलका माझी की प्रतिमा के पास आयाेजित महाधरना में झामुमाे जिलाध्यक्ष रामदास साेरेन ने जिला प्रशासन काे चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 30 दिन में लीज समझाैता के अनुरूप गलत ढंग से रैयताें से ली गयी भूमि हस्तांतरित नहीं गयी, तो वे खुद हल जाेत कर जमीन पर कब्जा ले लेंगे, चाहे इसके लिए प्रशासन से उन्हें दाे-दाे हाथ क्याें नहीं करने पड़े. रामदास ने कहा कि उपायुक्त काे लगातार तीन बार लंबे अंतराल में उन्हाेंने मांग पत्र आैर स्मार पत्र दिया. टाटा लीज में इस बात का साफ उल्लेख है कि जिस भूमि की आवश्यकता टाटा स्टील काे नहीं है अाैर वह गलत ढंग से लीज के दायरे में टाटा काे मिल गयी है, उसे रैयताें काे हस्तांतरित किया जायेगा. इसके बाद जिला प्रशासन ने भी जमीन वापसी का आदेश जारी किया, लेकिन आज तक रैयताें काे उनकी जमीन का हक नहीं मिल पाया. रामदास साेरेन ने कहा कि टाटा लीज समझाैता के तहत रैयताें की जमीन वापसी, रैयताें पर दायर मुकदमाें काे वापसी, डिमना डैम मिरजाडीह के विस्थापिताें काे टाटा स्टील से उचित मुआवजा आैर पुनर्वास कराने की जल्द व्यवस्था करने संबंधी स्मार पत्र उपायुक्त काे फिर से साैंपा जा रहा है. इसके अलावा गिड्डू संथाल, पानाे मझियान व लखन भूमिज काे भी जल्द दखल दिलाने की मांग की है, जिसमें जिला प्रशासन ने आदेश पारित किया है.
सभा काे बहरागाेड़ा के विधायक कुणाल षाड़ंगी ने संबाेधित करते हुए कहा कि अगले विधान सभा सत्र में रैयताे की भूमि वापसी के मामले काे जाेरदार ढंग से झामुमाे उठायेगा. धरना में पूर्व सांसद सुमन महताे, कमलजीत काैर गिल, बाबर खान, महावीर मुर्मू, सागेन पूर्ति, लालटू महताे, दल गाेविंद लाेहरा, राजीव कुमार महताे काबलू, प्रीतम हेंब्रम, प्रमाेद लाल, केएन ठाकुर, फतेह चंद्र टुडू, अनवर अली, आशीष नामता, राज लकड़ा, गुरमीत सिंह गिल, विनाेद डे, पिंकी माेहंती समेत सैकड़ाें की संख्या मे पार्टी कार्यकर्ता माैजूद थे.

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