एसएसपी के पत्र पर अखिलेश के बेलर सिपाही ओमप्रकाश निलंबित
जमशेदपुर : जिला के एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने जेलर उमा शंकर पांडेय हत्याकांड के मामले में फरार अपराधी अखिलेश सिंह का जमानत लेने वाले एक सिपाही ओम प्रकाश और दारोगा परमेश्वर सिंह को निलंबित करने की अनुशंसा की थी. इसके बाद एडीजी ने सिपाही ओमप्रकाश को निलंबित कर दिया है. वर्तमान में ओमप्रकाश सिंह […]
जमशेदपुर : जिला के एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने जेलर उमा शंकर पांडेय हत्याकांड के मामले में फरार अपराधी अखिलेश सिंह का जमानत लेने वाले एक सिपाही ओम प्रकाश और दारोगा परमेश्वर सिंह को निलंबित करने की अनुशंसा की थी. इसके बाद एडीजी ने सिपाही ओमप्रकाश को निलंबित कर दिया है. वर्तमान में ओमप्रकाश सिंह विशेष शाखा में पदस्थापित हैं.
वहीं दूसरा बेलर दारोगा परमेश्वर सिंह गिरीडीह में पदस्थापित हैं. दरोगा को भी निलंबित करने को लेकर एसएसपी मैथ्यू ने गिरीडीह एसएसपी से भी बात की है. एसएसपी मैथ्यू ने अपने पत्र में दोनों पुलिसकर्मी पर पुलिस की छवि धूमिल करने का आरोप लगाने का जिक्र किया है. बताया जाता है कि 12 मार्च 2002 को साकची जेल के जेलर उमाशंकर पांडेय की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में कोर्ट ने 2006 को अपना फैसला सुनाते हुए अखिलेश सिंह को दोषी करार करते हुए उसे उम्र कैद की सजा सुनाई थी. इस मामले में वर्ष 2015 में जेलर उमाशंकर पांडेय हत्याकांड में उम्रकैद की सजा पा चुके अखिलेश सिंह को झारखंड हाइकोर्ट से जमानत मिल गयी थी. 2009 में बहाल सिपाही ओमप्रकाश और तत्कालीन एएसआइ परमेश्वर सिंह ने अखिलेश सिंह की जमानत के लिए बेलर बने थे.
वहीं उपेंद्र सिंह व अमित राय हत्याकांड में फरार होने के बाद दोनों बेलरों ने अदालत के आदेश पर नगद 50-50 हजार रुपये की राशि कोर्ट में जमा करा कर बेलर से मुक्त हो गये थे. उन्होंने काेर्ट को इस बात की भी जानकारी दी थी कि वे दोनों अखिलेश के पिता चन्द्रगुप्त सिंह सिंह को जानते थे. उनका अखिलेश सिंह से कोई संबंध नहीं है. चंद्रगुप्त सिंह पुलिस एसोसिएशन में नेता थे. चंद्रगुप्त सिंह के कहने पर ही वे दोंनों अखिलेश सिंह का बेलर बने थे.