जमशेदपुर : राज्य सरकार की पहल पर्याप्त नहीं है. राज्य में अब भी व्यवसाय करना मुश्किल हो रहा है और भ्रष्टाचार की जो स्थिति पहले थी, वही आज भी है. यह बातें फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (एफजेसीसीआइ) की बैठक में उभर कर सामने आयी. बिष्टुपुर स्थित सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सभागार में आयोजित इस बैठक में उद्यमियों और व्यवसायियों ने सरकार की नीतियों के धरातल पर नहीं उतारने जाने का भी विरोध किया और बताया कि 9 अप्रैल को मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ मुलाकात होगी, जिसके बाद फेडरेशन आगे की रणनीति बनायेगा और अपनी समस्याओं के निराकरण की मांग करेगा.
इस दौरान यह कहा गया कि जिस तरह से सेल्स टैक्स के कानून को लचीला होना चाहिए, वह नहीं दिख रहा है. निवेशकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस दौरान स्थानीय स्तर पर ही परचेज करने की मांग उठायी गयी और कहा गया कि राज्य सरकार यह कानून पारित करे कि जो यहां के उद्योग हैं, उनसे ही बड़ी कंपनियां रॉ मैटेरियल या अन्य चीजों की खरीद करें ताकि यहां के उद्योग धंधे फल फूल सके. क्वालिटी को बरकरार रखने के साथ ही ऐसे कानून को भी लागू करने की जरूरत है. उद्यमियों ने भ्रष्टाचार पर नियंत्रण नहीं होने पर चिंता जाहिर की व इसे रोकने की दिशा में भी कारगर तरीके से काम करने पर बल दिया.
मीटिंग में स्वागत भाषण सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया जबकि संचालन उपाध्यक्ष नंद किशोर अग्रवाल ने किया. धन्यवाद ज्ञापन महासचिव प्रभाकर सिंह ने किया.
बैठक में शामिल हुए.
सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया, उपाध्यक्ष नंदकिशोर अग्रवाल, कोल्हान सचिव सह सिंहभूम चेंबर के महासचिव प्रभाकर सिंह एफजेसीसीआइ के अध्यक्ष विनय अग्रवाल, पवन शर्मा, रंजीत कुमार गोरादिया, राइस मिल एसोसिएशन के जगदीश रुंगटा, डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के दिलीप गोयल, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के श्याम सुंदर सिंह, सिंहभूम चेंबर के उपाध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल मुन्ना, मानव केडिया व अन्य.