फरारी में अखिलेश सिंह के थे दो ही काम, पत्नी के साथ घूमना और संपत्ति खरीदना
जमशेदपुर: साकची सुवर्णरेखा अपार्टमेंट में 23 अक्तूबर 16 को अमित सिंह पर फायरिंग करने, जमशेदपुर कोर्ट में 30 नवंबर 16 को उपेंद्र सिंह और 6 दिसंबर 16 को सोनारी शिव गंगा अपार्टमेंट में अमित राय की हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद बक्सर व बनारस से अखिलेश जिला पुलिस को चकमा देकर फरार […]
जमशेदपुर: साकची सुवर्णरेखा अपार्टमेंट में 23 अक्तूबर 16 को अमित सिंह पर फायरिंग करने, जमशेदपुर कोर्ट में 30 नवंबर 16 को उपेंद्र सिंह और 6 दिसंबर 16 को सोनारी शिव गंगा अपार्टमेंट में अमित राय की हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद बक्सर व बनारस से अखिलेश जिला पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया.
पुलिस अखिलेश की तलाश में जगह-जगह पर छापेमारी करती रही और फरार अखिलेश सिंह जिला पुलिस से बचते हुए एक जनवरी 17 को संजय सिंह के नाम से जबलपुर के राजूल टाउनशिप, तिलहरी बिल्हारी में आधार कार्ड बनाने के लिए आवेदन (2036/97135/16692) जमा कर रहा था. पुलिस के मुताबिक फरारी के दौरान अखिलेश ने फर्जी दस्तावेज बनाने और संपत्ति खरीदने पर अपना ध्यान केंद्रित रखा.
वर्ष 2010 में भी अखिलेश सिंह ने फरार होने पर फर्जी दस्तावेज बनाया और संपत्ति खरीदी. अखिलेश सिंह वर्ष 2015 में हाइकोर्ट से स्थायी जमानत लेने के बाद उक्त सभी घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने जब्त दस्तावेज में पाया है कि अखिलेश सिंह ने तीन-तीन आधारकार्ड बनवाया है. अखिलेश ने संजय सिंह के नाम पर जबलपुर के राजुल टाउनशिप के तिलहारी बिल्हारी से एक आधार कार्ड बनाया है, जिसमें एक का आधार कार्ड नंबर 904690867548 है. वहीं दूसरा आधार कार्ड अखिलेश सिंह ने चंदन सिंह, पिता भगवती प्रसाद सिंह, श्रीरामनगर कॉलोनी, लखराव बनारस से बनवाया है, जिसका कार्ड नंबर 546787862886 है.
अखिलेश ने रांची में ससुर के नाम पर दो फ्लैट खरीदा. पुलिस के मुताबिक अखिलेश सिंह ने रांची के चुटिया के ओएके रेजीडेंसी लाल सीरम टोली में अपने ससुर चंदन सिंह के नाम पर दो फ्लैट खरीद रखा है. पुलिस की एक टीम रांची में फ्लैट को सील करने के लिए जायेगी.
चार जगहों से ले रखा था गैस कनेक्शन. अखिलेश ने फर्जी दस्तावेज पर चार जगहों से गैस कनेक्शन ले रखा था. जबलपुर के राजुल टाउनशिप में संजय सिंह के नाम पर तीन गैस कनेक्शन, रांची में ससुर चंदन सिंह के नाम पर इंद्रप्रस्थ गैस एजेंसी से गैस कनेक्शन लिया था. पुलिस ने जांच में पाया है कि संजय सिंह के नाम पर राजुल से गुजराल गैस कंपनी से तीनों कनेक्शन ले रखा था.
नाम नकली पर दस्तावेज असली!
अखिलेश सिंह और उसकी पत्नी गरिमा सिंह का जो भी पुलिस को फर्जी नाम पर पेन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड व अन्य दस्तावेज हाथ लगे हैं, सभी असली हैं. अखिलेश की तसवीर, लेकिन नाम और पता किसी दूसरे का दिया हुआ है. पुलिस ऐसा मान रही है कि आधार कार्ड बनवाने के बाद अखिलेश सिंह ने पेन कार्ड व वोटर कार्ड को बनवाया होगा. पुलिस इस बिंदु पर जांच करेगी कि आखिर किसकी मिली भगत से फर्जी नाम पर यह सारे दस्तावेज बनाये गये.