जिंदल की जनसुनवाई: समर्थकों व विरोधियों में हाथापाई, चार घायल, केसी मार्डी का विरोध
जादूगोड़ा: पोटका प्रखंड क्षेत्र के आसनबनी में प्रस्तावित जिंदल स्टील एंड पावर प्लांट की पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए शनिवार को महिला दिवस के मौके पर आयोजित जनसुनवाई शुरू होने के लगभग आधे घंटे पहले तक जनसुनवाई स्थल रणक्षेत्र में तब्दील रहा. लगभग 9.45 बजे से लेकर 10.30 तक रणक्षेत्र बनने के बाद विरोधी वापस लौट […]
जादूगोड़ा: पोटका प्रखंड क्षेत्र के आसनबनी में प्रस्तावित जिंदल स्टील एंड पावर प्लांट की पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए शनिवार को महिला दिवस के मौके पर आयोजित जनसुनवाई शुरू होने के लगभग आधे घंटे पहले तक जनसुनवाई स्थल रणक्षेत्र में तब्दील रहा.
लगभग 9.45 बजे से लेकर 10.30 तक रणक्षेत्र बनने के बाद विरोधी वापस लौट गये और शांतिपूर्ण ढंग में निर्धारित समयानुसार 11 बजे जनसुनवाई शुरू हुआ जो 11.48 बजे समाप्त हो गयी.
जनसुनवाई में ग्रामीणों ने अपना पक्षा रखा, तो प्लांट के अधिकारियों ने भी अपना पक्ष रखा. जनसुनवाई के लिए शनिवार को 11 बजे का समय निर्धारित किया गया था. जनसुनवाई के लिए आसनबनी गांव के सभी रास्तों पर बांस का बैरियर लगाने के साथ-साथ गांव पुलिस छावनी में तब्दील था. जनसुनवाई के विरोध में तिलामुड़ा गांव के टोला घोटीडुबा व लखनडीह समेत अन्य गांव के लोगों के नारेबाजी करते हुए सुनवाई स्थल पर पहुंचने के ही क्रम में सर्वप्रथम जनसुनवाई स्थल के पीछे हाट मार्ग पर जनसुनवाई समर्थकों व विरोधियों में लगभग 9.45 बजे हाथापायी शुरू हो गयी.
घटना में घोटीडुबा निवासी सह विरोधी प्रवीण महतो (26) के सिर पर चोट पहुंची. इसका प्राथमिक इलाज जादूगोड़ा अस्पताल में किया गया. इसके बाद लगभग 10 बजे एडीसी व एसडीओ समेत अन्य लोग सभा स्थल पर पहुंचे. यहां अधिकारियों ने ध्वनि यंत्र से घोषणा किया कि पक्ष व विपक्ष वाले सभी लोग शांति से बैठें. सभी को बोलने का मौका दिया जायेगा. इसी बीच भू-रक्षा संघर्ष समिति से वनमाली माहतो ने ध्वनि यंत्र लेकर कहा कि पक्ष वालों को बैठने के लिए कुर्सी दिया गया, तो विपक्ष वालों को जमीन पर बैठाया जा रहा है, जो सरासर अन्याय है. दूसरी तरफ विस्थापन विरोधी मंच सह आम आदमी पार्टी के नेता मंच की ओर प्रवेश करने लगे, जिन्हे बाहरी लोगों का यहां क्या काम कह कर केसी मार्डी व उनके लोगों को खदेड़ दिया. श्री मार्डी को खदेड़ते देख विपक्ष के लोग भी आ धमके.
आचार संहिता का उल्लेख कर जनसुनवाई स्थगित करने की मांग एडीसी से की, लेकिन पुलिस के जवान और समर्थकों ने उन्हें स्थल से बाहर कर दिया. जन सुनवाई में सभी लोगों को बोलने का मौका नहीं दिया गया. जो गलत है. मंच का विरोध जारी रखेगा.
कुमार चंद्र माडी, मुख्य संयोजक, विस्थापन विरोधी एकता मंच