सेंदरा पर्व की परिपाटी मिटने नहीं देंगे : राजमनी

जमशेदपुर : शिकार पर्व सेंदरा मनाने के लेकर आदिवासी युवाओं में उत्साह है. वे इसे परंपरा मानते हैं और आगे भी कायम रखना चाहते हैं. आदिवासी युवाओं ने सांकेतिक तौर पर ही सही, लेकिन सेंदरा पर्व को जीवित रखने का संकल्प लिया है. बिरसानगर के राजमनी बानरा ने बताया कि सेंदरा पर्व हमारी संस्कृति है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2017 5:35 AM

जमशेदपुर : शिकार पर्व सेंदरा मनाने के लेकर आदिवासी युवाओं में उत्साह है. वे इसे परंपरा मानते हैं और आगे भी कायम रखना चाहते हैं. आदिवासी युवाओं ने सांकेतिक तौर पर ही सही, लेकिन सेंदरा पर्व को जीवित रखने का संकल्प लिया है. बिरसानगर के राजमनी बानरा ने बताया कि सेंदरा पर्व हमारी संस्कृति है. इसे बचाकर रखने को वे संकल्पित हैं. इसी तरह हरीश सिंह भूमिज ने कहा कि सांकेतिक तौर पर ही सही हम सेंदरा पर्व जरूर मनायेंगे. सोमनाथ पाड़िया ने बताया कि सेंदरा से शक्ति मिलती है.कृष्णा बेसरा ने कहा कि सेंदरा हमारी संस्कृति से जुड़ा हुआ है. इस साल भी हम सेंदरा के लिए तैयार हैं.

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