स्थायी नौकरी मिले, तभी शव उठाऊंगी
टाटा मोटर्स . मुआवजे पर नहीं बनी सहमति, मांगा लिखित आश्वासन, मृतक की पत्नी ने कहा मौत के 24 घंटे बाद भी मुआवजे पर सकारात्मक पहल नहीं होने से परिजन व कर्मचारियों में नाराजगी. जमशेदपुर : जब तक टाटा मोटर्स कंपनी से स्थायी नौकरी का लिखित आश्वासन नहीं मिलता है, तब पति का शव नहीं […]
टाटा मोटर्स . मुआवजे पर नहीं बनी सहमति, मांगा लिखित आश्वासन, मृतक की पत्नी ने कहा
मौत के 24 घंटे बाद भी मुआवजे पर सकारात्मक पहल नहीं होने से परिजन व कर्मचारियों में नाराजगी.
जमशेदपुर : जब तक टाटा मोटर्स कंपनी से स्थायी नौकरी का लिखित आश्वासन नहीं मिलता है, तब पति का शव नहीं उठाऊंगी. उक्त बातें टीएमएल ड्राइव लाइंस कार्यरत स्थायी कर्मचारी अप्पू दत्ता की पत्नी अताशी दत्ता ने प्रबंधन के अधिकारियों और यूनियन नेताओं के समक्ष कहीं. रविवार को टेल्को के/31-4 स्थित अपने आवास पर पहुंचे पदाधिकारियों के समक्ष बिलखते हुए अताशी दत्ता ने कहा कि पति की मृत्यु के बाद उनके घर में कमाने वाला कोई नहीं है. परिवार के पालन पोषण के लिए उसे कंपनी में केवल स्थायी नौकरी चाहिये.
उसे कंपनी के स्कूल या अन्य जगह पर नौकरी नहीं चाहिये. पति की मौत कंपनी में काम के दौरान हुई. आउट पंच तक उन्होंने नहीं किया था.
परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से किया इनकार : रविवार को प्रबंधन और पीड़ित परिवार के बीच मुआवजा पर समझौता नहीं होने से मृतक का दाह संस्कार नहीं हो सका. समझौता नहीं होने तक परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया. मौत के 24 घंटे बाद भी प्रबंधन से सकारात्मक जवाब नहीं मिलने से कर्मचारियों और परिजनों में नाराजगी है.
दो पीढ़ी ने कंपनी में दिया योगदान :अताशी दत्ता ने कहा कि टाटा मोटर्स में उसके ससुर अनिल अनिल दत्ता (उम्र 77) ने 40 साल और पति अप्पू दत्ता ने (उम्र 45) ने 22 साल अपनी सेवा दी. पति ने 16 साल तक बाइ सिक्स के रूप में काम किया. 2012 अप्रैल माह में स्थायी हुए थे. घर में बुजुर्ग ससुर के सिवाय कोई पुरुष सदस्य नहीं है. बेटी इशिका अभी दसवीं में पढ़ रही है. परिवार का पालन पोषण के लिए उसे नौकरी दी जाये.
मृतक के घर पहुंचे प्रबंधन व 4 यूनियन के नेता : कंपनी के अधिकारी, कर्मचारी व यूनियन के नेता रविवार को मृतक के टेल्को स्थित आवास जाकर पत्नी अताशी दत्ता, पिता अनिल दत्ता से मिले और पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की. मिलने वालों में टीएमएल ड्राइव लाइंस कंपनी के एचआर हेड राकेश पाठक, इ आर अधिकारी एके पांडेय और यूनियन के महामंत्री आरके सिंह सहित यूनियन के ऑफिस बियरर, कमेटी मेंबर शामिल थे.
विधायक प्रतिनिधि, चंद्रशेखर मिश्रा पहुंचे : पूर्वी जमशेदपुर के विधायक रघुवर दास के प्रतिनिधि पवन अग्रवाल, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर मिश्रा रविवार को आवास पहुंच कर मृतक के परिजनों से मिले और सहयोग का आश्वासन दिया. दोनों ने मृतक के पिता अनिल दत्ता को मुआवजा दिलाने में पूर्ण सहयोग देने की बात कहीं. इस दौरान नेताओं ने यूनियन के महामंत्री आरके सिंह से मोबाइल पर बात कर सहयोग करने की बात कहीं.
कोलकाता, असम से पहुंचे परिजन : मृतक अप्पू दत्ता के सास-ससुर बीपी दत्ता, बुआ और मौसरा भाई असम से रविवार को पहुंचे. उनके आवास पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया. पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए बनाया दबाव :रविवार को मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए टेल्को पुलिस ने परिजनों पर दबाव बनाया. परिजनों ने कहा कि जब तक प्रबंधन के साथ समझौता नहीं हो जाता है. शव का पोस्टमार्टम नहीं करायेंगे. परिजनों ने पुलिस को प्रबंधन से इस दिशा में बात करने को कहा.
प्रबंधन को स्वयं पहल करनी चाहिये थी .
प्रभात खबर से बातचीत में मृतक के परिजनों ने कहा कि प्रबंधन को स्वयं मुआवजा के लिए पहल करनी चाहिये थी. कंपनी प्लांट के अंदर हादसा हुआ. टाटा ग्रुप में कंपनी के अंदर मौत होने पर नौकरी का प्रावधान है, लेकिन 24 घंटे से ज्यादा समय बीतने के बाद भी प्रबंधन की ओर से कोई पहल नहीं की गयी. दो अधिकारी आये थे, लेकिन वे केवल कंपनी प्रावधान के तहत जो होगा, वह किये जाने की बात कह चले गये.