परंपरा के नाम पर तलाकशुदा बताना गलत : सोनाराम

जमशेदपुर : राजनगर झुमाल गांव के युवक द्वारा युवती के माथे पर जबरन सिंदूर लगाने एवं उनके गहने छीनने की घटना को अखिल भारतीय माझी परगाना माडवा ने असामाजिक और अपराधिक बताया है. युवती पोटका प्रखंड के बंधुवा गांव की रहने वाली है. अखिल भारतीय माझी परगाना माडवा के केंद्रीय अध्यक्ष सोनाराम सोरेन ने बताया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2017 4:04 AM

जमशेदपुर : राजनगर झुमाल गांव के युवक द्वारा युवती के माथे पर जबरन सिंदूर लगाने एवं उनके गहने छीनने की घटना को अखिल भारतीय माझी परगाना माडवा ने असामाजिक और अपराधिक बताया है. युवती पोटका प्रखंड के बंधुवा गांव की रहने वाली है. अखिल भारतीय माझी परगाना माडवा के केंद्रीय अध्यक्ष सोनाराम सोरेन ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर वे उपायुक्त व एसएसपी से मिलेंगे.

उन्होंने कहा कि आदिवासी परंपरा के नाम पर माझी परगाना महाल ने उक्त मामले में 17 अप्रैल को जमशेदपुर प्रखंड के पुड़ीहासा गांव में बैठक कर पीड़ित युवती व उनके परिवार वालों के साथ घोर अन्याय किया है. बैठक में लड़के वालों से भोज एवं जुर्माना देने और लड़की के गहने के एवज में रुपये देने का फैसला कर लड़के को बरी कर दिया गया और लड़की को तलाकशुदा घोषित कर दिया गया. यह पीड़ित युवती के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. लड़की का कोई दोष नहीं है फिर वह इसका क्यों सजा भुगते.

श्री सोरेन ने कहा कि अखिल भारतीय माझी परगाना माडवा महाल द्वारा उक्त लड़की को तलाकशुदा घोषित करने के फरमान को नहीं मानती है. माडवा पीड़ित युवती को बेदाग व पवित्र मानती है. परंपरा के नाम पर तलाकशुदा कहना असामाजिक ही नहीं अमानवीय है.

संताल समाज के युवक द्वारा युवती के माथे पर जबरन सिंदूर लगाने का मामला

Next Article

Exit mobile version