358 शिक्षकों ने खुद चुना स्कूल

जमशेदपुर : गुरुवार को सिदगोड़ा टाउन हॉल अनोखे तरीके से होने वाले ट्रांसफर-पोस्टिंग का गवाह बना. जिले के जिन शिक्षकों का तबादला होना था, उन्होंने खुद ही अपने मनपसंद का स्कूल शिक्षकों के सामने चुना. इसमें न ही विभाग के किसी अधिकारी का दबाव काम आया अौर न बिचौलिये की ट्रांसफर पोस्टिंग में पैरवी चली. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2017 8:14 AM
जमशेदपुर : गुरुवार को सिदगोड़ा टाउन हॉल अनोखे तरीके से होने वाले ट्रांसफर-पोस्टिंग का गवाह बना. जिले के जिन शिक्षकों का तबादला होना था, उन्होंने खुद ही अपने मनपसंद का स्कूल शिक्षकों के सामने चुना. इसमें न ही विभाग के किसी अधिकारी का दबाव काम आया अौर न बिचौलिये की ट्रांसफर पोस्टिंग में पैरवी चली. शाम 5 बजे तक काउंसेलिंग हुई अौर अंतिम रूप से 358 शिक्षक-शिक्षिकाअों की ट्रांसफर-पोस्टिंग कर दी गयी.
क्या था फार्मूला
जिले में लंबे अरसे से शिक्षकों का युक्तिकरण नहीं हुआ था. इस वजह से कई ऐसे स्कूल भी थे जहां प्रति एक शिक्षक पर मात्र 10 छात्र थे. जबकि कई स्कूलों में 200 छात्र पर एक शिक्षक थे. इस विसंगति को दूर करने के लिए पहले शिक्षकों का युक्तिकरण किया गया. कई स्कूलों के यूनिट काटे गये. इसके बाद जिला शिक्षा अधीक्षक बांके बिहारी सिंह ने ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर एक फाॅर्मूला तैयार किया.
जिसमें सीनियरिटी के आधार पर शिक्षक-शिक्षिकाअों की लिस्ट बनी. दूसरी लिस्ट उन स्कूलों की बनी जहां युक्तिकरण के बाद शिक्षकों की कमी थी. इस लिस्ट के तैयार होने के बाद गुरुवार को सबसे सीनियर शिक्षक को अपने पसंद का स्कूल चुनने का अधिकार दिया गया. उनके स्कूल चुन लेने के बाद दूसरे को मौका दिया गया. इस तरह सभी 358 शिक्षकों को उनके पसंद के अनुसार तबादला कर दिया गया.
हंगामा करने वालों से निबटने के लिए लगाया सीसीटीवी
आजसू पार्टी की अोर से पूर्व में घोषणा की गयी थी कि वे सिदगोड़ा टाउन हॉल जाकर विरोध जतायेंगे. उनसे निबटने के लिए जिला शिक्षा विभाग की अोर से काउंसेलिंग स्थल के चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगा दिये गये थे, ताकि अगर शिक्षकों को काउंसेलिंग के दौरान किसी प्रकार की कोई समस्या पैदा करने की कोशिश की जाती है तो उन पर सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर एफआइआर किया जाये. लेकिन आजसू की अोर से कोई नहीं पहुंचा.
जमशेदपुर में सिर्फ शिक्षिकाअों का हुआ कब्जा
तबादले की तैयार सीनियरिटी लिस्ट के बाद भी महिलाअों को वरीयता दी गयी. सबसे पहले सभी 104 महिलाअों को ही अपने पसंद के स्कूल चुनने को कहा गया. जिसमें अधिकांश महिलाअों ने जमशेदपुर को अपना पहला पसंद बताया. जमशेदपुर में 40 यूनिट खाली थी, सभी महिलाअों से भर गयी. जमशेदपुर की शिक्षिकाअों को हाउस रेंट 20 फीसदी मिलेगा जबकि ग्रामीण इलाके के शिक्षकों को 10 फीसदी. शहर में रहने पर वेतन में करीब 5000 रुपये का इजाफा हो जायेगा.

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