सरायकेला/चांडिल: चौका थाना क्षेत्र के मटुदा गांव में जिला पुलिस व सीआरपीएफ के जवानों ने तीन एकड़ अफीम की खेती नष्ट की. खेती कर रहे तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उक्त जानकारी मंगलवार को जिले के एसपी मदन मोहन लाल ने पत्रकारों को दी.
उन्होंने बताया की जिला पुलिस व सीआरपीएफ के जवानों द्वारा संयुक्त रूप से चौका व कुचाई के सीमावर्त्ती जंगली क्षेत्र में एलआरपी अभियान चलाया जा रहा था. एलआरपी के क्रम में पता चला की मटुदा गांव में अफीम की खेती बड़े पैमाने पर हुई है. पुलिस ने पाया कि पहाड़ी की तलहटी पर वन विभाग की जमीन पर लगभग तीन एकड़ पर अफीम की खेती की गयी है. पुलिस द्वारा अफीम की खेती को नष्ट कर दिया गया. पूछताछ करने पर पता चला की गांव के सुखराम मुंडा ने एक एकड़, कृष्णा मुंडा 1.03 एकड़ व रामाय मुंडा 1.02 एकड़ जमीन पर अफीम की खेती की है. तीनों फरार हो गये हैं. एसपी ने कहा है कि अफीम के फलों की प्रोसेसिंग कहां होती है, इसका पुलिस पता कर रही है.
तीन दिन चली एलआरपी
एसपी ने बताया की सीआरपीएफ व जिला पुलिस ने संयुक्त रूप से कुचाई व चांडिल में रविवार से एलआरपी अभियान चलाया. इस दौरान कुचाई के चटनी बेड़ा में नक्सलियों के चार कैंप ध्वस्त किये गये. हालांकि वहां से कोई बरामदगी नहीं हो सकी है.
खरसावां में भी पकड़ी गयी थी अफीम की खेती
तीन वर्ष पूर्व खरसावां के रायजामा क्षेत्र, जो तमाड़ व चांडिल से सटा हुआ है, में अफीम की खेती पकड़ी गयी थी. तब भी पुलिस ने खेती नष्ट कर खेती करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज की थी.
एलआरपी में थे शामिल
एसपी मदन मोहन लाल, एसडीपीओ विमल कुमार, सीअरापीएफ के कंमाडेंट रमेश कुमार पांडेय, सहायक कमांडेंट विकास कुमार जायसवाल, चौका थाना प्रभारी राजदेव सिंह के साथ पुलिस व सीआरपीएफ के जवान.