50 से अधिक वेंडरों काे ऑर्डर बंद

कांट्रैक्टर्स सेफ्टी मैनेजमेंट ऑडिट में दो स्टार पाने वाले वेंडरों पर कसा शिकंजा वेंडर गोलबंद, रेट बढ़ाने का दबाव जमशेदपुर : टाटा स्टील के 50 से अधिक वेंडरों (ठेकेदारों) का ऑर्डर देने की प्रक्रिया को बंद कर दिया गया है. कंपनी ने वेंडरों के लिए जो नया सिस्टम विकसित किया है, उस पर खरा नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2017 1:52 AM

कांट्रैक्टर्स सेफ्टी मैनेजमेंट ऑडिट में दो स्टार पाने वाले वेंडरों पर कसा शिकंजा

वेंडर गोलबंद, रेट बढ़ाने का दबाव
जमशेदपुर : टाटा स्टील के 50 से अधिक वेंडरों (ठेकेदारों) का ऑर्डर देने की प्रक्रिया को बंद कर दिया गया है. कंपनी ने वेंडरों के लिए जो नया सिस्टम विकसित किया है, उस पर खरा नहीं उतरने वालों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. उनको ऑर्डर तब तक नहीं दिया जा रहा है, जब तक ग्रेडिंग या वर्क सिस्टम न बदला गया हो. नये सिस्टम को ‘कांट्रैक्टर्स सेफ्टी मॉनिटरिंग ऑडिट’ का नाम दिया गया है. इसके तहत ठेका कंपनियों की ऑडिट कंपनी और एक निजी एजेंसी के माध्यम से करायी जा रही है. साथ ही उसकी रेटिंग भी करायी जा रही है. कंपनी और एजेंसी अलग-अलग रेटिंग कर रही है.
जो भी कंपनी के फाइव स्टार में दो स्टार तक आ रही है, उसका ऑर्डर रोक दिया जा रहा है. वर्तमान में 50 से अधिक कंपनियां इस दायरे में आ चुकी हैं. बताया जाता है कि वेंडरों की एक टीम ने वीपी स्तर के अधिकारी से मुलाकात कर अपना विरोध दर्ज कराया है. वेंडरों का कहना है कि रेटिंग अचानक लागू कर दिया गया है. इसके लिए वे पहले से तैयार नहीं थे. वेंडर रेटिंग पर खरा उतरने के लिए पैसा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. वेंडरों को वीपी स्तर के अधिकारी से बेहतर रिस्पांस नहीं मिला है. अब वे एमडी के पास जाने की तैयारी में हैं. अगर यहां भी इनकी बात नहीं सुनी गयी तो वे हाइकोर्ट की शरण में जा सकते हैं. हालांकि इस मामले पर मैनेजमेंट की ओर से कोई अधिकारिक जानकारी नहीं दी गयी है.

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