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87 मकान-दुकान टूटे, कई बेघर

रेलवे. दूसरे दिन ट्रैफिक व लाल बिल्डिंग कॉलोनी से हटा अतिक्रमण जमशेदपुर : रेलवे क्षेत्र में लगातार दूसरे दिन भी अतिक्रमण हटाया गया. गुरुवार को रेलवे ट्रैफिक कॉलोनी ओर लाल बिल्डिंग क्षेत्र में क्वार्टरों के बीच बनाये गये लगभग 87 अवैध मकान और दुकानों को पोकलेन की मदद से ध्वस्त कर दिया गया. अतिक्रमण हटाने […]

रेलवे. दूसरे दिन ट्रैफिक व लाल बिल्डिंग कॉलोनी से हटा अतिक्रमण

जमशेदपुर : रेलवे क्षेत्र में लगातार दूसरे दिन भी अतिक्रमण हटाया गया. गुरुवार को रेलवे ट्रैफिक कॉलोनी ओर लाल बिल्डिंग क्षेत्र में क्वार्टरों के बीच बनाये गये लगभग 87 अवैध मकान और दुकानों को पोकलेन की मदद से ध्वस्त कर दिया गया. अतिक्रमण हटाने के लिए तीन पोकलेन व कई ट्रैक्टर लगाये गये थे. अभियान में जिला पुलिस के अलावा आरपीएफ की तैनाती की गयी थी. टाटानगर एइएन-वन एसके दास के निर्देश पर करीब 12 बजे अतिक्रमण हटाने की
कार्रवाई ट्रैफिक काॅलोनी से शुरू की गयी. यहां 60 अवैध झोपड़ियों को पहले हटाया गया. इसके बाद रेलवे क्वार्टर के बीच बनाये गये अवैध मकानों को एक-एककर तोड़ा जाने लगा. कुछ स्थान पर स्थानीय महिलाओं ने तोड़फोड़ का विरोध किया, लेकिन आरपीएफ के जवानों ने उन्हें समझाकर पीछे कर दिया. अभियान को लेकर रेलवे जमीन पर घर बनाकर रहने वाले दूसरे इलाकों के लोग भी दहशत में रहे. उन्हें इस बात का भय सताता रहा कि पता नहीं पोकलेन की दिशा किस ओर हो जाये. शाम चार बजे अभियान खत्म होने पर लोगों ने राहत महसूस की. गौरतलब है कि बुधवार को स्टेशन चाईबासा बस स्टैंड से ओवर ब्रिज सब्जी मंडी तक अतिक्रमण हटाया गया था. अभियान चलाया गया था. इस दौरान सड़क किनारे बनी सभी अवैध दुकानों को हटाया गया था.
खाली जमीन पर बनेगा पार्क
टाटानगर एइएन-वन एसके दास ने बताया कि रेलवे की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के बाद उस स्थान पर पार्क बनाया जायेगा. इससे रेलवे कॉलोनी को क्लीन रखा जा सकेगा.
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सर… सुबह स्कूल गये तो घर था, अब टूट गया, कहां जायें
गुरुवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान तब माहौल भावुक हाे गया जब स्कूल से लौटा एक 10 साल का बच्चा मलबे में कुछ खोजता मिला. स्कूल यूनिफार्म में बच्चे को देखकर आरपीएफ प्रभारी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि घर जाओ, वरना चोट लग जायेगी. तभी बच्चा बोल पड़ा, सर… सुबह तो सब ठीक था, अब घर तो टूट गया, अब कहां जाये. उस क्षण आरपीएफ प्रभारी व अन्य लोग भावुक हो गये. किसी तरह बच्चे को वहां से हटाया गया. आज सुबह कई बच्चे हंसते-खेलते स्कूल के लिए निकले थे, लेकिन जब लौटे तो घर की जगह मलवा बिखरा मिला. एक ही सवाल था… जब उजाड़ ही देना था तो पहले बसने क्यों दिया…?

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