अल्ट्रासाउंड सेंटरों में मरीजों का रिकाॅर्ड अपडेट नहीं

जमशेदपुर. शहर में संचालित अधिकांश अल्ट्रासाउंड सेंटरों के पास मरीजों का रिकार्ड नहीं है. यह खुलासा रांची से आयी तीन सदस्यीय क्राइम ऑडिट जनरल की टीम की जांच में हुआ है. मंगलवार को दूसरे दिन टीम ने पांच सेंटरों की जांच की. इसमें लाइफ लाइन हॉस्पिटल, बाराद्वारी स्थित आइडियल इमेजिंग सेंटर, डिस्कवरी डायग्नोस्टिक, डॉ डायग्नोस्टिक, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2017 7:34 AM
जमशेदपुर. शहर में संचालित अधिकांश अल्ट्रासाउंड सेंटरों के पास मरीजों का रिकार्ड नहीं है. यह खुलासा रांची से आयी तीन सदस्यीय क्राइम ऑडिट जनरल की टीम की जांच में हुआ है. मंगलवार को दूसरे दिन टीम ने पांच सेंटरों की जांच की. इसमें लाइफ लाइन हॉस्पिटल, बाराद्वारी स्थित आइडियल इमेजिंग सेंटर, डिस्कवरी डायग्नोस्टिक, डॉ डायग्नोस्टिक, डिवाइन केयर शामिल है.

पीसीपीएनडीटी एक्ट 1994 के तहत इन केंद्रों की रुटीन जांच की जा रही है. जांच के क्रम में सेंटर में कार्यरत्त डॉक्टरों का प्रमाणपत्र भी नहीं प्रस्तुत किया गया. टीम ने सभी अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालकों को मरीजों से संबंधित दो साल का रिकॉर्ड रखने का निर्देश दिया है.

लाइफलाइन हॉस्पिटल व आइडियल इमेजिंग में जांच के दौरान कागजात अप-टू-डेट मिले. डिस्कवरी डायग्नोस्टिक सेंटर में मरीजों का दो साल का रिकॉर्ड अपडेट नहीं था. टीम के सदस्यों ने बताया कि पीसीपीएनडीटी नियमावली के अनुसार कानूनी बिंदुओं को ध्यान में रखकर अल्ट्रासाउंड सेंटर को न्यूनतम दो साल तक की अवधि में किये गये अल्ट्रासाउंड की इमेज व मरीज की पहचान का रिकार्ड रखना जरूरी है. जांच टीम में जिला स्वास्थ्य विभाग के दो पदाधिकारी डॉ एके लाल व डॉ साहिर पाल भी शामिल थे.

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