ट्रांजिट लाइन खींच हाथियों की गणना

जमशेदपुर : वन विभाग व भारत सरकार की विशेषज्ञों की टीम इन दिनों दलमा में हाथियों की गणना कर रही है. इसी कड़ी में बुधवार को दलमा के बड़ा नाला से लेकर हाथियों के बंगाल तक जाने के रास्ते वाले क्षेत्र में ट्रांजिट लाइन खींचकर गणना की शुरुआत की गयी. वन विभाग के रेंजर आरपी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2017 9:39 AM
जमशेदपुर : वन विभाग व भारत सरकार की विशेषज्ञों की टीम इन दिनों दलमा में हाथियों की गणना कर रही है. इसी कड़ी में बुधवार को दलमा के बड़ा नाला से लेकर हाथियों के बंगाल तक जाने के रास्ते वाले क्षेत्र में ट्रांजिट लाइन खींचकर गणना की शुरुआत की गयी. वन विभाग के रेंजर आरपी सिंह के मुताबिक ट्रांजिट लाइन खींचे जाने के बाद हाथियों के पद चिह्नों की गिनती की जाएगी.

इस दौरान हाथियों के रास्तों, उनके ठहराव के स्थान, लीद व अन्य निशानों से गणना की जा सकेगी. हाथियों की गिनती के बाद प्रपत्र में भर कर रिपोर्ट तैयार होगा जिसे उच्च अधिकारियों को सौंपा जा सकेगा. गणना से पूर्व एक्सपर्ट ने कार्यशाला के जरिये विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी थी. पांच साल बाद यह गणना की जा रही है.

तीन दिन चलेगी जनगणना
डीएफओ के मुताबिक तीन दिनों तक हाथियों की जनगणना की जायेगी. सुबह 9 बजे से ही रेंजर समेत अन्य पदाधिकारियों के साथ वे क्षेत्र में जनगणना के कार्य के लिए घूम रहे हैं. 11 मई को स्टेट लाइन चल कर हाथियों की जनगणना होगी. 12 मई को हाथियों के लिद की फोटोग्रॉफी की जायेगी और 13 मई को हाथियों की जनगणना रिपोर्ट हाथी परियोजना को सौंपी जायेगी. 13 मई के बाद ही कुछ पता चलेगा कि इस क्षेत्र में हाथियों की कितनी संख्या है.
21 जगहों पर जनगणना
डीएफओ ने बताया कि पूर्वी सिंहभूम के 21 जगहों पर हाथियों की जनगणना हो रही है. घाटशिला प्रखंड के बुरूडीह, बासाडेरा में भी हाथियों की जनगणना की जा रही है. जनगणना के दौरान डन साउंट, हाथियों का लिद, दाहिने और बांयी तरफ गिली लिद का फोटोग्राफी कराने के बाद ही पता चलेगा कि कितनी तादाद में इन क्षेत्रों में हाथी हैं. हाथियों के जनगणना में वन रोपण रेंजर संजय कुमार और प्रभारी वनपाल पवन सिंह समेत कई कर्मचारी शामिल हैं.
क्या है ट्रांजिट लाइन
वन अधिकारियों के मुताबिक वनकर्मी जंगल जाकर वहां एक लाइन खींचेंगे. उस लाइन में वनकर्मी चलेंगे और हाथियों के पदचिह्न, लीद व निशान को दर्ज करेंगे. इसके बाद हाथी के उम्र व अन्य जानकारी प्रपत्र में भरा जायेगा.
चिंघाड़ सुन भागे पदाधिकारी
घाटशिला के बासाडेरा में गणना के दौरान पहाड़ पर हाथियों की चिंघाड़ सुनकर सभी पदाधिकारी भागे. अनुमान है कि 17 हाथियों का झूंड जंगल में छिपा है.

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