थैलेसीमिया मरीजों का डाटा होगा तैयार

डॉ एसपी फाउंडेशन के थैलेसीमिया पर सेमिनार में बोले मंत्री सरयू राय थैलेसीमिया बीमारी एनिमिया का है दूसरा रूप शादी से पहले थैलेसीमिया की जांच जरूरी जमशेदपुर : झारखंड में थैलेसीमिया के मरीजों की संख्या कम नहीं है, लेकिन सरकार के पास इसका निश्चित डाटा नहीं है. ऐसे मरीजों का डाटा तैयार करने के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2017 4:36 AM

डॉ एसपी फाउंडेशन के थैलेसीमिया पर सेमिनार में बोले मंत्री सरयू राय

थैलेसीमिया बीमारी एनिमिया का है दूसरा रूप
शादी से पहले थैलेसीमिया की जांच जरूरी
जमशेदपुर : झारखंड में थैलेसीमिया के मरीजों की संख्या कम नहीं है, लेकिन सरकार के पास इसका निश्चित डाटा नहीं है. ऐसे मरीजों का डाटा तैयार करने के लिए हर जिले के सिविल सर्जन को
कहा जायेगा.
उक्त बातें रविवार को बिष्टुपुर स्थित एक होटल में डॉ एसपी फाउंडेशन द्वारा थैलेसीमिया पर आयोजित एक सेमिनार में मंत्री सरयू राय ने कहीं. उन्होंने कहा कि अगर इसका इलाज आयुर्वेदिक या होमियोपैथिक में संभव हो सके, तो बेहतर होगा. श्री राय ने कहा कि इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. कार्यक्रम में डॉ एसपी फाउंडेशन के निर्देशक डॉ टीके चटर्जी ने कहा कि थैलेसीमिया एनिमिया का दूसरा रूप है. इसके प्रति जागरूक होने की जरूरत है. माता पिता से ही बच्चों में यह रोग संक्रमित होता है. इसलिए शादी के पहले लड़के -लड़कियों को थैलेसीमिया की जांच करना चाहिए.
अगर दोनों को थैलेसीमिया है, तो शादी नहीं करना चाहिए. क्योंकि जो बच्चा होगा वह भी थैलेसीमिया बीमारी से ग्रसित होगा. उन्होंने कहा कि होमियोपैथिक में थैलेसीमिया बीमारी का इलाज संभव है. लेकिन लोगों को इसकी जानकारी नहीं रहने की वजह से इसका इलाज नहीं करा पाते हैं. कार्यक्रम में सुबीर मजुमदार ने जादू दिखाकर थैलेसीमिया के बच्चों का मनोरंजन किया. इस दौरान डॉ संजय पाठक, डॉ एस के बनर्जी, डॉ एसआर महतो, डॉ सीएस दलाल, डॉ एनके सिन्हा, डॉ ममता गोयल, डॉ एस सेठ, डॉ के के शर्मा, डॉ आंतक मंडल, डॉ ओमना जोसेफ, डॉ प्रभाकर प्रसाद, डॉ सुरेश कालिंदी ने भी अपना विचार रखा.

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