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पुरुष लौटे, आज महिलायें लौटेंगी, कहा- बाहरी नेताओं के बहकावे में नहीं आयेंगे

पटमदा. पोखरिया गांव में पिछले एक माह से छेड़खानी व अग्निकांड मामले को लेकर गांव के दो समुदाय के बीच के विवाद को सोमवार को सुलझा लिया गया. गांव छोड़ने वाले 10 मुसलिम परिवार के पुरुष सदस्य सोमवार को गांव लौटे, जिनका गांव के दूसरे समुदाय के लोगों ने स्वागत किया. दोनों पक्षों के लोगों […]

पटमदा. पोखरिया गांव में पिछले एक माह से छेड़खानी व अग्निकांड मामले को लेकर गांव के दो समुदाय के बीच के विवाद को सोमवार को सुलझा लिया गया. गांव छोड़ने वाले 10 मुसलिम परिवार के पुरुष सदस्य सोमवार को गांव लौटे, जिनका गांव के दूसरे समुदाय के लोगों ने स्वागत किया. दोनों पक्षों के लोगों की बैठक में आपस में भाईचारा के साथ मिल- जुल कर रहने का निर्णय लिया गया.

बैठक में तय किया गया कि महिलायें मंगलवार को गांव लौट आयेंगी. पोखरिया विवाद सुलझाने के लिए सोमवार को उपायुक्त अमित कुमार, एसएसपी अनूप टी मैथ्यू, एसडीअो मनोज कुमार रंजन, विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी बिंदेश्वरी तातमा, डीएसपी पटमदा अजय केरकेट्टा, डीएसपी सीसीआर सुधीर कुमार, बीडीअो सुनील कुमार प्रजापति तनाव की आशंका को देखते हुए भारी संख्या में फोर्स के साथ गांव पहुंचे, लेकिन गांव में स्थिति सामान्य थी. किसी तरह के तनाव की बात नहीं पायी गयी. पोखरिया स्कूल प्रांगण में प्रशासन ने दोनों समुदाय के लोगों के साथ बैठक की. डीसी, एसएसपी, एसडीअो के समक्ष दोनों समुदाय के लोगों ने कहा कि पोखरिया गांव में अमन-चैन, शांति चाहिये.

सभी विवाद को भूल कर आपसी भाईचारा के साथ शांतिपूर्वक साथ रहने, एक दूसरे को सुख-दुख में मदद करने, मिल कर त्योहार मनाने का भरोसा दिया. साथ ही किसी भी राजनीतिक दल या बाहरी नेताअों के बहकावे में नहीं आने की बात कही. मुसलिम समुदाय के लोगों ने कहा कि वे अपने पूर्वजों की जमीन को छोड़ कर कहीं नहीं जायेंगे. दोनों समुदाय की बैठक के बाद मुसलिम परिवार के पुरुष सदस्यों ने मंगलवार को महिलाअों को लेकर लौटने की बात कही. बैठक में एमअो प्रदीप साह, बोड़ाम थाना प्रभारी विक्रांत कुमार, कमलपुर थाना प्रभारी अवधेश कुमार, एमजीएम थाना प्रभारी इमदाद अंसारी भी मौजूद थे.

दोनों समुदाय के लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाया
पोखरिया में जिला प्रशासन के नेतृत्व में विवाद सुलझाये जाने के बाद दोनों समुदाय के लोग एक-दूसरे से गले मिले और बधार्इ दी. दोनों ही समुदाय के लोगों ने प्रशासन के समक्ष कहा कि हम जात-पात भूला कर पहले की तरह एक साथ रहेंगे. एक-दूसरे के दुख-सुख में हाथ बटायेंगे.
पूरे गांव को फोर्स ने घेर रखा था
विवाद को झुलझाने पहुंचे जिला प्रशासन की टीम ने पूरे गांव को पुलिस फोर्स से घेर रखा था. प्रशासन द्वारा बज्र वाहन तक की व्यवस्था कर रखी थी. महिला फोर्स से लेकर जिला पुलिस बल तक की तैनाती की गयी थी. किसी तरह की अशांति ना हो, इसे लेकर प्रशासन द्वारा सख्त व्यवस्था की गयी थी.
बैठक में ये थे मौजूद. पोखरिया गांव में रहने वाले 12 अल्पसंख्यक परिवार की अोर से 10 पुरुष बैठक में शामिल हुए. इसमें मो हनीफ, सैनुल अंसारी, खलील अंसारी, साजिद अंसारी, अब्दुल हमीद, जाकात अंसारी, जयनाल आवेदिन, मुनीरद्दीन अंसारी, संतुल अंसारी व अलाउद्दीन अंसारी मौजूद थे.
राशन वितरित किया गया. विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी बिंदेश्वरी तातमा ने ग्रामीणों के बीच राशन एवं किरासन तेल वितरित किया. मौके पर कई लोगों को भी राशन दिया गया.

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