मानगो थाना पर हमला, तोड़फोड़ एएसआइ घायल, दस गिरफ्तार

हंगामा पर काबू पाने में पुलिस को लगे पांच घंटे, पुलिस पर पथराव, एसएसपी से धक्का-मुक्की जमशेदपुर : राजनगर में हल्दीपोखर के चार युवकों की हत्या के विरोध में मुसलिम एकता मंच की ओर से मानगो ईदगाह मैदान से निकाला जुलूस ने बाद मे हिंसक रूप धारण कर लिया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2017 4:31 AM

हंगामा पर काबू पाने में पुलिस को लगे पांच घंटे, पुलिस पर पथराव, एसएसपी से धक्का-मुक्की

जमशेदपुर : राजनगर में हल्दीपोखर के चार युवकों की हत्या के विरोध में मुसलिम एकता मंच की ओर से मानगो ईदगाह मैदान से निकाला जुलूस ने बाद मे हिंसक रूप धारण कर लिया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया अौर मानगो थाना पर हमला कर थाना अौर पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की. यहां तक कि पुलिसकर्मियों की भी पिटाई कर दी. थाना प्रभारी के कक्ष के सामान व सिरिस्ता में पड़े दस्तावेज को तहस-नहस कर दिया. इसके बाद पुलिस ने हवाई फायरिंग कर भीड़ को तितर-िबतर किया. घटना में उलीडीह थानेदार मुकेश चौधरी और मानगो थाना के एएसआइ बीरबल उरांव को चोट आयी है.
घटना में ओल्ड पुरुलिया रोड के आफताब आलम समेत कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. िगरफ्तार लोगों में बुजुर्ग भी शामिल है. स्थिति अनियंत्रित होता देख एसएसपी अनूप टी मैथ्यू, सिटी एसपी प्रशांत आनंद ने रैफ के साथ मोरचा संभाला. स्थिति को नियंत्रित करने व भीड़ को तितर-बितर करने के लिए रैफ ने अश्रु गैस के 40 से अधिक गोले छोड़े. इस दौरान भीड़ की ओर से एसएसपी के साथ भी धक्का-मुक्की की गयी. इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर लोगों को खदेड़ा.
जवाहरनगर से लेकर चेपापुल तक भीड़ को खदेड़ने के बाद मानगो हनुमान मंदिर, थाना के पास, जवाहरनगर रोड नंबर एक से चौदह तक कई स्थानों पर फोर्स तैनात कर दी दिया गया. चेपापुल से लेकर मानगो चौक के रास्ते को बंद करा दिया गया. सुबह आठ बजे से लेकर दिन से एक बजे तक भीड़ और पुलिस के बीच में हंगामा, पथराव, अश्रु गैस के गोले छोड़ने का सिलसिला जारी रहा. पांच घंटे के बाद प्रशासन ने स्थिति काबू में किया. इसके बाद कुछ-कुछ समय पर इलाके में फ्लैग मार्च होता रहा. पुलिस किसी को घरों से बाहर निकलने नहीं दे रही थी.
हुनमान मंदिर के पास रोका तो किया पथराव. मुसलिम एकता मंच के लोगों (करीब 200 लोग शामिल) ने सुबह पहले ओल्ड पुरुलिया रोड में दुकानें बंद करायी. यहां डीएसपी केएन मिश्रा और पटमदा डीएसपी अजय केरकेट्टा ने लोगों को समझाने का प्रयास किया. ओल्ड पुरुलिया रोड में लगभग एक घंटे तक हंगामा चला. इसके बाद भीड़ जवाहरनगर रोड नंबर एक से होते हुए मानगो चौक की तरफ बढ़ने लगी.
पुलिस ने लोगों को हनुमान मंदिर से 50 मीटर की दूरी पर रोककर समझाने का प्रयास किया तो विरोध युवकों ने सड़क पर टायर जलाया. यहां से डीएसपी केएन मिश्रा को धक्का देते हुए भीड़ आगे बढ़ गयी. कुछ देर बाद मौके पर पहुंचे एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने भी लोगों को समझाने का प्रयास किया तो भीड़ में शामिल एक बुर्जुग ने एसएसपी से धक्का-मुक्की की, जिससे उन्हें चोट भी लगी है. इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया. जवाब में भीड़ में पुलिस पर पथराव किया. कुछ युवकों ने वहां एक धार्मिक स्थल पर भी पथराव किया.
खदेड़े जाने पर थाना पर बोला हमला. हनुमान मंदिर के समीप से खदेड़े जाने के बाद भीड़ पीछे हटते हुए थाना के समीप जमा हो गयी. उस समय बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी हनुमान मंदिर के समीप खड़े थे, थाना में एक्का-दुक्का पुलिसकर्मी ही थे. इस दौरान भीड़ में शामिल युवक मानगो थाना में पथराव करने लगे.
थाना प्रभारी के कक्ष में घुसकर लोगों ने तोड़फोड़ की. सिरिस्ता के दस्तावेजों को तहस-नहस किया. थाना के बाहर खड़ी थानेदार की बोलेरो और थाना की पेट्रोलिंग गाड़ी में तोड़फोड़ की गयी. बोलेरो को पलट दिया. थाना पर हमला करने के बाद पुलिस ने जवाहरनगर एक व दो की गलियों में छुपकर हमला कर रहे लोगों को खदेड़ा. यहां आफताब आलम नामक युवक को पकड़ा गया. आफताब को कुछ लोग छुड़ाने के लिए आगे बढ़े, लेकिन पुलिस की लाठी चार्ज के बाद पीछे हट गये.
हर गली में भीड़ पर रैफ ने छोड़े अश्रु गैस के गोले. मानगो में पुलिस पर पथराव-थाना पर हमला के बाद रैफ को बुलाया गया. रैफ के डिप्टी कमांडेंट पीके मिश्रा और सहायक कमांडेंट रुपेश कुमार के नेतृत्व में जवान मानगो पहुंचे. सिटी एसपी प्रशांत आनंद और रैफ कमांडेंट के नेतृत्व में पुलिस व रैफ के जवानों ने मानगो थाना से लेकर संत कुटिया रोड, माधव बाग कॉलोनी से आगे पेट्रोल पंप तक हर गली में जुटी भीड़ को खदेड़ दिया. भीड़ ने रैफ पर भी पथराव किया. भीड़ को काबू करने के लिए रैफ को हर गली में अश्रु गैस के गोले छोड़ने पड़े.
दंडाधिकारी का होता रहा इंतजार . रैफ के जवानों द्वारा छोड़े गये अश्रु गैस के गोले का भीड़ पर कुछ ही देर तक असर दिखाई दे रहा था. पुलिस भीड़ को खदेड़ने के लिए फायरिंग करने के लिए पिस्टल हाथ में लेकर लहराती रही, लेकिन दंडाधिकारी के नहीं रहने से फायरिंग नहीं कर सकी. सिटी एसपी ने दिन के 12 बजे के लगभग उपायुक्त से दंडाधिकारी भेजने का अनुरोध किया, लेकिन जबतक दंडाधिकारी पहुंचे, पुलिस माहौल को काबू में कर चुकी थी.

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