जमशेदपुर के प्रशांत को मिला इंटेल का शीर्ष विज्ञान पुरस्कार

जमशेदपुर : जमशेदपुर के कारमेल जूनियर कॉलेज के 12वीं के छात्र प्रशांत रंगनाथन को शुक्रवार की रात अमेरिका में हुए इंटेल इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर में इन्वायरनमेंट इंजीनियरिंग श्रेणी में अव्वल स्थान हासिल हुआ है. उसे दो अलग-अलग कैटेगरी में भी पुरस्कार मिला है. इस सफलता के बाद उसे उक्त संस्था द्वारा 8000 अमेरिकी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2017 4:44 AM

जमशेदपुर : जमशेदपुर के कारमेल जूनियर कॉलेज के 12वीं के छात्र प्रशांत रंगनाथन को शुक्रवार की रात अमेरिका में हुए इंटेल इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर में इन्वायरनमेंट इंजीनियरिंग श्रेणी में अव्वल स्थान हासिल हुआ है. उसे दो अलग-अलग कैटेगरी में भी पुरस्कार मिला है. इस सफलता के बाद उसे उक्त संस्था द्वारा

8000 अमेरिकी डॉलर बतौर पुरस्कार के रूप में दिया गया, जबकि कारमेल जूनियर कॉलेज प्रबंधन को इसके लिए 1000 डॉलर का पुरस्कार दिया गया. इंटेल इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर में उम्दा प्रदर्शन करने की वजह से प्रशांत रंगनाथन को अगस्त में लंदन भी भेजा जायेगा. कीटनाशकों के जैविक क्षरण को लेकर प्रशांत ने एक प्रोजेक्ट तैयार किया था. इस प्रतियोगिता में प्रशांत रंगनाथन के अलावा भारत के अलग-अलग राज्यों के कुल 20 हाई स्कूल के छात्रों ने हिस्सा लिया था.

हालांकि पूरी दुनिया के कुल 1700 छात्रों को इस प्रतियोगिता में शामिल होने का मौका मिला था. प्रशांत रंगनाथन का इससे पूर्व भी टीम इंडस के लैब टू मून प्रोजेक्ट में चयन किया हुआ था. जिसमें दुनिया भर के करीब 3000 छात्रों में प्रशांत को टॉप 25 में स्थान मिला था. इसमें प्रशांत के द्वारा तैयार किये गये प्रोजेक्ट के अनुसार चांद पर भी गेंहू की खेती की जा सकेगी.

क्या है प्रोजेक्ट
प्रशांत के प्रोजेक्ट का नाम बायोडिग्रेशन ऑफ क्लोरोपिरिफोस यूजिंग नेटिव बैक्टीरिया है. प्रशांत ने इस साल की प्रतियोगिता में इन्वायरनमेंट इंजीनियरिंग श्रेणी में विजेता घोषित किये जाने के बाद कहा कि मेरी परियोजना से असल में कीटनाशक का जैविक रूप से क्षय करने में किसानों को मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि कीटनाशकों की समस्या से देश जूझ रहा है. इस प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने के बाद किसान बेहतर खेती कर सकेंगे.
बेटे की सफलता से खुश हूं : एस. रंगनाथन
प्रशांत के पिता एस. रंगनाथन ने प्रभात खबर से बात करते हुए कहा कि उन्हें इस सफलता के बारे में फोन से जानकारी मिली है. प्रशांत अकेले उक्त सम्मान समारोह में शामिल होने के लिए अमेरिका गया है. उन्होंने कहा कि इस सफलता से काफी खुश हूं. प्रशांत रिसर्च के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता है. प्रशांत के पिता एस. रंगनाथन एनएमएल में सीनियर साइंटिस्ट हैं.

Next Article

Exit mobile version