जमशेदपुर : सीएसआइआर-एनएमएल के नीलडीह स्थित मैगनीशियम प्लांट परिसर में नव स्थापित टंग्स्टन एक्ट्रेक्शन पायलट प्लांट ने शुक्रवार को काम करना शुरू कर दिया. हैदराबाद स्थित डिफेंस मेटलर्जिकल रिसर्च लेबोरेटरी (डीएमआरएल) के निदेशक डॉ समीर वी कामत ने फीता काट प्लांट का उदघाटन किया.
इस मौके पर डॉ समीर वी कामत ने कहा कि टंग्सटन पाउडर की तकनीक से भारत एंटी टैंक वीपन (टैंक रोधी अस्त्र) निर्माण के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बनेगा. मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए यह बहुत ही जरूरी है, जिसे पूरा करने की जिम्मेवारी सीएसआइआर-एनएमएल ने ली है. यह प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया को गति प्रदान कर साकार करने में एक कारगर कदम साबित होगा. एनएमएल को मिली यह महत्वाकांक्षी परियोजना डीआरडीओ (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन, भारत सरकार) की योजना का हिस्सा है.
इसके तहत टंग्स्टन स्क्रैप तथा दक्षिण भारत के हट्टी व कोलार माइंस की गोल्ड टेलिंग्स (अनुपयोगी हिस्सा) से टंग्स्टन पाउडर तैयार करने की तकनीकी विकसित की जायेगी. यह परियोजना तीन वर्ष की है, जो 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत एनएमएल को मिली है.