गर्भवती महिलाओं के लिए एमसीटीएस योजना शुरू
जमशेदपुर: जिला में गर्भवती महिलाओं और होने वाले बच्चे की देखरेख के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मदर चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम (एमसीटीएस) लागू किया है. नयी व्यवस्था से विभाग का डाटा बैंक मजबूत होगा, वहीं स्वास्थ्य योजनाओं के क्रि यान्वयन पर निगरानी रखी जा सकेगी. इस संबंध में सिविल सजर्न डॉक्टर एलबीपी सिंह ने बताया कि […]
जमशेदपुर: जिला में गर्भवती महिलाओं और होने वाले बच्चे की देखरेख के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मदर चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम (एमसीटीएस) लागू किया है. नयी व्यवस्था से विभाग का डाटा बैंक मजबूत होगा, वहीं स्वास्थ्य योजनाओं के क्रि यान्वयन पर निगरानी रखी जा सकेगी.
इस संबंध में सिविल सजर्न डॉक्टर एलबीपी सिंह ने बताया कि गर्भवती महिलाओं और होने वाले बच्चों को समय पर सभी स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने यह सिस्टम शुरू किया है. उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाएं और जन्म लेने वाले बच्चे की पूरी जानकारी नहीं होने के कारण स्वास्थ्य विभाग उनकी निगरानी नहीं कर पाता है. नयी व्यवस्था के मार्फत विभाग एक क्लिक पर उनकी पूरी सूचना प्राप्त कर लेगा. उसी के आधार पर उनके लिए चल रही स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ दिया जायेगा. इससे उनकी राज्य स्तरीय व केंद्र स्तरीय निगरानी भी आसान हो जायेगी.
एमसीटीएस कैसे करेगा काम . सहिया, आंगनबाड़ी सेविका व स्वास्थ्य विभाग के अन्य सभी तंत्र गर्भवती महिलाओं का पंजीयन करवायेंगे. इसकी सूची विभाग को उपलब्ध करवाया जायेगा. इसके आधार पर डाटा बेस तैयार किया जायेगा. इसी पंजीयन के आधार पर एमसीटीएस सॉफ्टवेयर में गर्भवती महिलाओं का डाटा के साथ ही उनका मोबाइल नंबर रहेगा. जिससे समय-समय पर मैसेज से जानकारी मिलती रहेगी. एमसीटीएस सॉफ्टवेयर तिथि के हिसाब से विभाग को यह बताता रहेगा कि किस गर्भवती महिला को कब और क्या स्वास्थ्य सुविधाएं मिलनी है.
उपनिदेशक ने किया पोटका प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण. जिला में चल रहे मदर एंड चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम के बारे में जानकारी के लिए बुधवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग केंद्र सरकार के उप निदेशक संजय कुमार जमशेदपुर पहुंचे. उन्होंने पोटका प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया. इस योजना के बारे में जानकारी लेने के साथ ही सुचारू रूप से कैसे चलाया जाए इसके बारे में उपस्थित पदाधिकारियों व कर्मचारियों को जानकारी दी.