ऑल इंडिया ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने किया था आह्वान, बंद के दौरान खुली रहीं 45 दवा दुकानें
जमशेदपुर : फार्मासिस्ट के ऑनलाइन निबंधन के सरकारी नियम के विरोध में मंगलवार को ऑल इंडिया ड्रगिस्ट एसोसिएशन की ओर से देशव्यापी एक दिवसीय बंदी का जमशेदपुर में मिलाजुला असर दिखा. शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 45 दवा दुकानें खुली रहीं. ये वे दुकानें थीं जिनका संचालन स्वयं दुकान के लाइसेंसधारक फार्मासिस्ट द्वारा किया जाता […]
जमशेदपुर : फार्मासिस्ट के ऑनलाइन निबंधन के सरकारी नियम के विरोध में मंगलवार को ऑल इंडिया ड्रगिस्ट एसोसिएशन की ओर से देशव्यापी एक दिवसीय बंदी का जमशेदपुर में मिलाजुला असर दिखा. शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 45 दवा दुकानें खुली रहीं. ये वे दुकानें थीं जिनका संचालन स्वयं दुकान के लाइसेंसधारक फार्मासिस्ट द्वारा किया जाता है. वहीं शहर के विभिन्न सरकारी, गैरसरकारी अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व नर्सिंग होम में स्थित दवा दुकानें व डिस्पेंसरी खुले रहे.
दुकानाें में पीछे के रास्ते से भी या आधा शटर उठाकर दवा बेची जा रही थी. बंदी से ज्यादा परेशानियाें का सामना नहीं करना पड़ा. साकची में दवा दुकानों के बंद होने के कारण दूसरे क्षेत्रों में दवाओं के लिए भटकना पड़ा. गुरुनानक हॉस्पिटल मानगो, एपेक्स हॉस्पिटल साकची और लाइफलाइन हॉस्पिटल साकची की डिस्पेंसरी खुली होने के कारण ज्यादा समस्या नहीं हुई.
जहां शहर में फुटकर दवा दुकानें बंद थीं. वहीं सना काॅम्प्लेक्स स्थित दवाओं का थोक बाजार सुचारू रूप से चलता रहा. बंदी के दौरान ऑल इंडिया ड्रगिस्ट एसोसिएशन की जमशेदपुर इकाई की ओर से उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन भेजा.एसोसिएशन ने मांग की है कि ऑनलाइन निबंधन के नियम को या तो हटाया जाये या फिर पारदर्शी बनाया जाये.