टाटा वर्कर्स यूनियन. डेढ़ माह से वेज रिवीजन पर कोई वार्ता नहीं
जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन वेज रिवीजन को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है. उनकी गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि करीब डेढ़ माह बीत चुका है, लेकिन वेज रिवीजन पर कोई वार्ता तक नहीं हो पायी है. अंतिम बार मैनेजमेंट के साथ यूनियन की वार्ता 4 फरवरी को हुई थी. […]
जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन वेज रिवीजन को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है. उनकी गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि करीब डेढ़ माह बीत चुका है, लेकिन वेज रिवीजन पर कोई वार्ता तक नहीं हो पायी है.
अंतिम बार मैनेजमेंट के साथ यूनियन की वार्ता 4 फरवरी को हुई थी. स्थिति यह है कि हर माह प्रत्येक कर्मचारियों को न्यूनतम 2000 रुपये से लेकर 4000 रुपये तक का नुकसान उठाना पड़ रहा है. यूनियन की ओर से अब तक कोई पहल नहीं की गयी है. सिर्फ अखबारों में बयान दिया जा रहा है कि वेज रिवीजन समझौता शीघ्र करा लिया जायेगा.
यूनियन :वेज रिवीजन टलने का कारण
वीपी एचआरएम शहर से बाहर हैं
वीपी एचआरएम छुट्टी पर चले गये हैं
यूनियन के अध्यक्ष, महामंत्री, डिप्टी प्रेसिडेंट और कोषाध्यक्ष खुद दौरा पर चले गये
अब एमडी से सीधी बात होगी, लेकिन समय नहीं मिल पाया
यूनियन के कार्यकलापों पर क्यों उठ रहे सवाल :
यूनियन अध्यक्ष समेत तमाम पदाधिकारी अपने-अपने निजी दौरा में व्यस्त हैं
यूनियन के पदाधिकारियों को निजी बातों के लिए कंपनी प्रबंधन के अधिकारियों से टाइम मिल रहा है, लेकिन वेज रिवीजन के लिए कोई समय नहीं मिल पा रहा है
वेज रिवीजन में देर होने के लिए अब तक मैनेजमेंट पर किसी तरह का विपरीत कार्रवाई का कोई कदम नहीं उठाया गया
कमेटी मेंबरों की चुप्पी से ऑफिस बियरर भी चुप
यूनियन कमेटी मेंबरों की भी चुप्पी बरकरार है. कर्मचारियों को सिर्फ बरगलाने के बाद ऑफिस बियररों पर किसी तरह का कोई दबाव तक नहीं बनाया जा रहा है और मजदूरों को कोई जवाब तक नहीं मिल पाया है.