भाजयुमो जिलाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा!
जमशेदपुर : महानगर अध्यक्ष दिनेश कुमार द्वारा रविवार को गोलमुरी भाजपा कार्यालय में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष मनोज वाजपेयी को बुला कर इस्तीफा ले लिये जाने और भाजयुमो के नये जिला अध्यक्ष के नामों की अनुशंसा प्रदेश कमेटी को भेज दिये जाने की बात सामने आ रही है. भाजपा सूत्रों की मानें तो […]
जमशेदपुर : महानगर अध्यक्ष दिनेश कुमार द्वारा रविवार को गोलमुरी भाजपा कार्यालय में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष मनोज वाजपेयी को बुला कर इस्तीफा ले लिये जाने और भाजयुमो के नये जिला अध्यक्ष के नामों की अनुशंसा प्रदेश कमेटी को भेज दिये जाने की बात सामने आ रही है.
भाजपा सूत्रों की मानें तो महानगर अध्यक्ष भाजयुमो जिला अध्यक्ष मनोज वाजपेयी के इस्तीफे अौर नये जिलाध्यक्ष की घोषणा एक साथ करेंगे, इसलिए इस्तीफे की बात को दबायी जा रही है. हालांकि महानगर अध्यक्ष दिनेश कुमार से संपर्क करने पर उन्होंने इसकी जानकारी होने से इनकार किया. वहीं मनोज वाजपेयी के मोबाइल नंबर पर कॉल रिसीव करने वाले ने स्वयं को उनका भाई बताया तथा इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी.
महानगर भाजपा द्वारा मनोज वाजपेयी प्रकरण की जांच-समाधान के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित हुई थी, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट नहीं आने अौर कोई कार्रवाई नहीं होने पर पश्चिम विधान सभा के भाजपाइयों ने पूरे प्रकरण से प्रदेश अध्यक्ष समेत प्रदेश कमेटी को अवगत कराने का निर्णय लिया था.
साकची मंडल कार्यसमिति की बैठक में हुआ था हंगामा :मनोज वाजपेयी पर साकची मंडल कार्य समिति की बैठक में प्रभारी लक्ष्मण टुडू की मौजूदगी में मारपीट-हो हंगामा करने का आरोप था. विवाद के बाद से पश्चिम विधान सभा के भाजपा मंडल अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी मनोज वाजपेयी को हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं अौर जिला भाजपा के कार्यक्रमों का बायकॉट कर रखा है.
30 साल में ट्रेन से कट कर 264 हाथी मरे
भारतीय रेलवे का फैलाव 1,19,630 किलोमीटर तक का है. देश में कुल 13,313 ट्रेनें हैं जो पूरे देश को अापस जोड़ती है. भारतीय रेल देश के कई ऐसे इलाके से होकर गुजरती है जो वन्य जीवों का निवास स्थल होता है. मिनिस्ट्री अॉफ इनवायरमेंट फॉरेस्ट एंड क्लाइमेट चेंज के रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 1987 से फरवरी 2017 के बीच देश में 264 हाथियों की मौत ट्रेन से कट कर हो गयी. झारखंड बनने के बाद से अब तक अलग-अलग कारणों से 156 हाथियों की मौत हो गयी है. इसमें 22 हाथियों की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हुई है. हाथियों के ट्रेन से टकराने से ट्रेन के डिरेल होने की भी आशंका बनी रहती है.
फरवरी 2004 में लातेहार में जावा रिवर ब्रिज के पास पलामू टाइगर प्रोजेक्ट एरिया की एक गर्भवती हाथी इंटरसिटी एक्सप्रेस ( वाराणसी -रांची ) से टकरा गयी थी, जिससे मादा हाथी की मौत के साथ ही यातायात परिचालन पांच घंटे तक प्रभावित रहा. ऐसे दर्जनों उदाहरण झारखंड में मिलेंगे जो वन्य जीव संरक्षण की दृष्टि व यात्रियों की सुरक्षा को लेकर काफी विचारणीय है. इस तरह की स्थिति पर सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका के जवाब में आदेश दिया कि रेलवे अौर देश के 16 राज्य आपस में समन्वय बना कर कार्य करें.
ये 16 राज्य ऐसे राज्य हैं जहां के वन्य जीव वाले क्षेत्र से होकर रेल गुजरती है. 26 अगस्त 2016 को बांकुड़ा हावड़ा सेक्शन में ट्रेन से कट कर 3 हाथियों की मौत के बाद तत्कालीन केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे ने पश्चिम बंगाल, अोड़िशा, झारखंड समेत निकटवर्ती क्षेत्र में रीजनल लैंडस्केप प्लान बनाने पर बल दिया. इस दिशा में सरकार के स्तर से प्रयास किये जा रहे हैं.
इंदु कुमारी
मेंबर, डिवीजनल रेलवे यूजर्स कंसल्टेटिव कमेटी, चक्रधरपुर डिवीजन
कुछ सुझाव
ट्रेन अौर हाथियों में टक्कर वाले स्पॉट चिह्नित किये जायें
रेलवे ट्रैक के दोनों अोर 20-30 फीट की चौड़ाई तक झाड़ियों को साफ किया जाये
पावर फेंसेंस अौर ट्रेन फेंसेस लगाये जायें
वन विभाग अौर रेलवे संयुक्त रूप से नाइट पेट्रोलिंग करे
लोको पायलट व रेलवे कर्मियों में जागरूकता लायी जाये.