दो माह बाद आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में लौटी रौनक, काम पर लौटे 20 हजार कामगार

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए देशभर में लगाये गये लॉकडाउन के कारण करीब दो माह से अधिक समय से बंद आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की कंपनियां खुलने लगी हैं

By Prabhat Khabar News Desk | June 2, 2020 6:19 AM

प्रिय रंजन,आदित्यपुर : कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए देशभर में लगाये गये लॉकडाउन के कारण करीब दो माह से अधिक समय से बंद आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की कंपनियां खुलने लगी हैं. सोमवार को यहां की करीब 500 कंपनियां खुल गयीं और इनके करीब 20 हजार कामगार काम पर लौट आये. झारखंड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (जियाडा) की उप क्षेत्रीय निदेशक रंजना मिश्रा ने बताया कि अब तक कुल 259 कंपनियों के खुलने की रिपोर्ट मिल चुकी है. सभी कंपनियों से प्रत्येक दिन जियाडा को रिपोर्ट मिलती है. इससे औद्योगिक क्षेत्र में पहले की तरह रौनक भी लौटने लगी है.

जियाडा कार्यालय में पूर्व की भांति काम शुरूकंपनियों के खुलने के बाद जियाडा के क्षेत्रीय आदित्यपुर कार्यालय में भी पूर्व की भांति काम शुरू हो गया है. लॉकडाउन में काम नहीं रहने के कारण जियाडा के अधिकारी व कर्मचारी कम आ रहे थे. लेकिन कंपनियों की गतिविधि बढ़ने के बाद कार्यालय में अधिकारी व कर्मचारी पूर्व की तरह आ रहे हैं और कामों का निष्पादन कर रहे हैं.ढाबा, पंक्चर दुकानें व धर्मकांटा भी खुलने लगेटाटा मोटर्स की अनुषंगी इकाइयों समेत अन्य प्रकार के उत्पादन में लगी कंपनियों के खुलने से औद्योगिक क्षेत्र में ढाबे, पंक्चर दुकानों और धर्मकांटा भी खुलने शुरू हो गये हैं.

मुख्य बातें –

  • दो माह बाद आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में लौटी रौनक

  • पटरी पर लौटी जिंदगी

  • 500 कंपनियां खुलीं

  • 20 हजार कामगार काम पर लौटे

फैक्ट्रियों की मशीनों की गूंज के साथ उद्योगों से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े व्यवसाय भी शुरू हो गये हैं.स्टैंड पर ऑर्डर के इंतजार में खड़े दिखे वाहनइमली चौक स्थित मैक्सी-टैक्सी स्टैंड पर दो माह बाद सोमवार को सात-आठ 407 पिकअप ऑर्डर के इंतजार में खड़े दिखे. यहां के इन वाहनों को औद्योगिक क्षेत्र से कई प्रकार के सामान ढोने का काम मिलता है. वहीं दूसरी ओर छोटे डाला टेंपो चालकों की भी गतिविधियां औद्योगिक क्षेत्र में देखी गयीं. तीन और चार पहिया वाले वाहनों पर माल ढोने का भी सिलसिला शुरू हो गया.

दो महीने से कंपनियों के बंद पड़े रहने के कारण औद्योगिक क्षेत्र में दौड़ने वाली गाड़ियों के स्टैंड भी सुनसान पड़ गये थे. सोमवार को उन स्टैंडों पर गाड़ियों का पहुंचना शुरू हो गया. गाड़ी मालिकों ने कहा कि दो माह से बहुत बुरी स्थिति हो गयी है. गाड़ी की किस्त देनी तो दूर घर चलाना भी मुश्किल हो गया था. अब कंपनियों के खुलने से कुछ उम्मीद की किरण जगी है.टाटा मोटर्स में माल जाना शुरूउद्यमियों ने बताया कि टाटा मोटर्स में शनिवार से ही माल जाना शुरू हो गया है. उद्यमी जो पहले से उत्पाद तैयार किये हुए थे, उसे भेजना शुरू कर दिये हैं. उद्यमियों ने बताया कि जैसे-जैसे ऑर्डर मिलना शुरू हो जायेगा, औद्योगिक क्षेत्र की गतिविधियां और तेज हो जायेगी.

प्रवासी कामगारों को मिल सकता है रोजगारआदित्यपुर स्मॉल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (एसिया) के अध्यक्ष इंदर अग्रवाल ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों को कामगारों की कमी नहीं होने दी जायेगी. जिन कंपनियों को जिस तरह के कामगारों की आवश्यकता होगी, वह एसिया से संपर्क कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि बाहर से आये हजारों प्रवासी कामगारों की सूची जिला प्रशासन तैयार किये हुए है. जरूरत के मुताबिक कामगार उपलब्ध कराया जायेगा.संक्रमण से बचने के नियमों का हो रहा पालनऔद्योगिक क्षेत्र की खुली कंपनियों में संक्रमण से बचने के नियमों का पूरा पालन किया जा रहा है.

कंपनी प्रबंधन पूरी सुरक्षा के साथ कामगारों को कंपनी में प्रवेश करवा रहा है. कंपनी में प्रवेश करने से पूर्व उनकी थर्मल स्कैनिंग की जा रही है. सैनिटाइज कराया जा रहा है. साथ ही काम के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग का भी ख्याल रखते हुए सभी को मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके अलावा उद्यमी अपने प्लांट को सुबह व शाम सैनिटाइज भी कर रहे हैं. ———उद्यमी संगठन ने कहा कंपनियों के चालू होने से उद्यमियों के साथ-साथ कामगारों के भी चेहरे खिल गये हैं. दो माह से संकट से जूझ रहे लोग कुछ राहत महसूस कर रहे हैं. आने वाले कुछ दिनों में जैसे-जैसे उद्योगों को वर्क ऑर्डर मिलने लगेगा, वैसे-वैसे औद्योगिक क्षेत्र की अधिकांश कंपनियां खुलने लगेंगी.

इंदर अग्रवाल, अध्यक्ष, एसियावैसे तो टीयर एक की कंपनियों में कुछ कामगारों के सहारे काम शुरू हो गये हैं. लेकिन जब टीयर दो, तीन व चार को काम मिलने शुरू हो जायेंगे, तब औद्योगिक क्षेत्र की रौनक और बढ़ जायेगी. काम के दौरान संक्रमण से बचने के लिए सभी जरूरी निर्देशों का ध्यान रखा जा रहा है.समीर सिंह, महासचिव लउभाऔद्योगिक क्षेत्र :

एक नजर में कुल उद्योग : 1397बड़े उद्योग : करीब 100मध्यम उद्योग : करीब 400लघु उद्योग : करीब 550माइक्रो उद्योग : करीब 347कंपनियों से जुड़े प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष लोगचार पहिया वाहन मालिक : करीब 700मिनी टैक्सी मालिक : करीब 1500पंक्चर दुकान : करीब 60ढाबा : करीब 300मैकेनिकल दुकान : करीब 30पैसेंजर टेंपो : करीब 1000

Next Article

Exit mobile version