बीपीएल बच्चों का एडमिशन : 1 अप्रैल से शुरू होगी स्क्रूटनी, 3 किमी की परिधि में ही होगा एडमिशन
शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीइ) के तहत प्राइवेट स्कूलों में करीब 1300 सीटे हैं, जबकि बीपीएल परिवार के आवेदकों की संख्या 2740 है. यानी एक सीट पर दो दावेदार सामने आ रहे हैं.
जमशेदपुर शहर के प्राइवेट स्कूलों में गरीब एवं अभिवंचित वर्ग के बच्चों के एडमिशन के लेकर एक अप्रैल से आवेदनों की विभागीय स्तर पर जांच की जायेगी. इसके बाद आवेदनों को पांच अप्रैल को अंतिम रूप से स्कूल प्रबंधकों के पास बच्चों के एडमिशन के लिए भेज दिया जायेगा. यह जानकारी जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष कुमार पांडेय ने दी.
25 फीसदी सीट पर हो वंचित वर्ग के बच्चों का चयन
उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूलों में गरीब एवं अभिवंचित वर्ग के बच्चों के लिए आरक्षित 25 फीसदी सीटों पर योग्य उम्मीदवारों का ही चयन हो, इसे हर हाल में सुनिश्चित किया जायेगा. फर्जी सर्टिफिकेट बना कर गरीब बच्चों का हक छीनने वालों पर कार्रवाई की जायेगी.
1300 सीट के लिए आए 2740 आवेदन
शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीइ) के तहत प्राइवेट स्कूलों में करीब 1300 सीटे हैं, जबकि आवेदकों की संख्या 2740 है. यानी एक सीट पर दो दावेदार सामने आ रहे हैं. दावेदारों की संख्या अधिक रहने की वजह से इस बार एडमिशन में लॉटरी होगी.
2740 आवेदन आये, 350 निकले फर्जी
इस बार पूर्वी सिंहभूम के जिला शिक्षा विभाग में ऑनलाइन मोड में 2740 आवेदकों ने फॉर्म भरे. संलग्न दस्तावेजों की जांच में 350 जन्म प्रमाण पत्र व उनके अभिभावकों के आय प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये. 503 ऐसे दस्तावेज अपलोड किये गये थे, जो विजिबल नहीं थे. इस वजह से उक्त दस्तावेजों की जांच नहीं हो पायी है.
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किसी का जन्म प्रमाण पत्र साफ नहीं, तो किसी का आय प्रमाण पत्र
479 विद्यार्थियों के जन्म प्रमाण पत्र क्लियर नहीं दिख रहे थे जबकि 24 बच्चों के अभिभावकों के आय प्रमाण पत्र साफ-साफ नहीं दिख रहे थे. हालांकि, ऐसे आवेदकों के लिए दो दिनों का अतिरिक्त समय दिया गया जिसमें उन्होंने हार्ड कॉपी जमा की.
बच्चे के घर के नजदीक के स्कूलों में ही होगा एडमिशन
ऐसी तैयारी है कि बच्चे के घर के नजदीक के ही स्कूलों में एडमिशन सुनिश्चित किया जाये. तीन किलोमीटर के पोषक क्षेत्र के भीतर वाले स्कूलों में ही फॉर्म भेजने की तैयारी की गयी है. जिला शिक्षा विभाग की ओर से पूर्व में ही विभिन्न स्कूलों का पोषक क्षेत्र तय किया जा चुका है. उसी पोषक क्षेत्र के बच्चों का एडमिशन प्राइवेट स्कूल प्रबंधकों को करना होगा.
सभी आवेदनों की विभागीय स्तर पर स्क्रूटनी एक अप्रैल से शुरू होगी. अधिक से अधिक गरीब एवं जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिले, इसे लेकर खास तैयारियां की गयी हैं. सरकार की ओर से तय अहर्ता वाले बच्चों का एडमिशन पारदर्शी तरीके से सुनिश्चित किया जायेगा. पांच अप्रैल से एडमिशन शुरू होगा.
आशीष कुमार पांडेय, जिला शिक्षा अधीक्षक, पूर्वी सिंहभूम