दूसरे राज्यों से आये मजदूरों के नहाने के बाद ग्रामीणों ने जाना छोड़ा, नाम बदल कर रख दिया कोरोना तालाब

कोरोना महामारी को लेकर गांव-देहात में अजीबों-गरीब भय का माहौल है. कोरोना का नाम सुनते ही लोगो के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. शहर से 20 किमी दूर छोटानागपुर कॉलेज के समीप एक तालाब है. इस तालाब में लोग नहाते-धोते थे.

By Prabhat Khabar News Desk | June 14, 2020 2:24 AM

तालाब के आसपास के ढाबा संचालक ट्रक चालकों को भी तालाब के पास जाने से करते हैं मना, जाने पर ढाबा में नहीं आने देते

जमशेदपुर : कोरोना महामारी को लेकर गांव-देहात में अजीबों-गरीब भय का माहौल है. कोरोना का नाम सुनते ही लोगो के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. शहर से 20 किमी दूर छोटानागपुर कॉलेज के समीप एक तालाब है. इस तालाब में लोग नहाते-धोते थे.

महिलाएं दिन भर इसमें कपड़े आदि धोती थीं, लेकिन अब इस तालाब के आसपास भी ग्रामीण घूमते हुए भी नहीं दिखते हैं. कुछ दिन पहले बाहर के दूसरे राज्यों से मजदूरों को लेकर आ रही बस इसी तालाब के पास रुकी.

मजदूर इसी तालाब में नहाये-धोये. कई मजदूर तालाब के पास में शौच के लिए गये. जब इस बात की जानकारी ग्रामीणों को हुई, तो लोगों ने इस तालाब का नाम ही कोरोना तालाब रख दिया. तालाब तो दूर उसके आसपास भी लोग जाने से परहेज करते हैं.

ग्रामीणों में कोरोना को लेकर इस तरह भय का माहौल है कि आम लोग भी वहां नहीं जा रहे हैं. आसपास में कई ढाबे हैं. ढाबे के संचालक ट्रक चालकों को तालाब की ओर जाने से मना करते हैं. जो तालाब की ओर जाते हैं, उसे ढाबे में आने से मना करते हैं.

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