टाटा स्टील के बाद जमशेदपुर का टिमकेन प्लांट भी सोलर लाइट से होगा जगमग, सोलर पैनल लगाने की तैयारी शुरू
टिमकेन प्लांट की खाली भूमि पर भी सौर ऊर्जा उत्पान की व्यवस्था की जायेगी. सूत्रों का कहना है कि दो चरणों में चार मेगावॉट से ज्यादा बिजली का उत्पादन करने का लक्ष्य है. हालांकि प्रबंधन ने इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की है. पूर्वी सिंहभूम जिले में फिलहाल 250 मेगावाट बिजली की खपत है.
जमशेदपुर: टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा पावर के बाद अब टिमकेन कंपनी ने भी सौर ऊर्जा की ओर कदम बढ़ा दिया है. बिजली की बढ़ती कीमत और किल्लत से निपटने के लिए टिमकेन कंपनी अब सौर ऊर्जा यानी सोलर लाइट का इस्तेमाल करेगी. कंपनी का जमशेदपुर प्लांट सोलर लाइट से जगमग होगा. प्रबंधन ने प्लांट के अलग-अलग विभागों की छतों पर सोलर पैनल लगाने तैयारी शुरू कर दी है.
खाली भूमि पर भी सौर ऊर्जा उत्पान की व्यवस्था
टिमकेन प्लांट की खाली भूमि पर भी सौर ऊर्जा उत्पान की व्यवस्था की जायेगी. सूत्रों का कहना है कि दो चरणों में चार मेगावॉट से ज्यादा बिजली का उत्पादन करने का लक्ष्य है. हालांकि प्रबंधन ने इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की है. पूर्वी सिंहभूम जिले में फिलहाल 250 मेगावाट बिजली की खपत है. 37 मेगावाट के सौर ऊर्जा उत्पादन से टाटा स्टील अपनी कॉलोनी में बिजली दे सकता है. इससे काफी हद तक पारंपरिक बिजली स्रोतों पर निर्भरता कम होगी.
यहां सौर ऊर्जा का प्लांट
टाटा स्टील परिसर में 9.8 मेगावाट का प्लांट
डोमजोरी में 15 मेगावाट का सोलर प्लांट टाटा पावर द्वारा
टाटा मोटर्स में तीन मेगावाट का रूपटॉफ प्लांट
टाटा स्टील में ही पांच मेगावाट रूफटॉफ प्लांट
टाटा ब्लू स्कोप में 1.2 मेगावाट का रूफटॉप प्लांट
एयरपोर्ट में 2.2 मेगावाट का प्लांट
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