All India Bar Examination क्लियर नहीं करने वाले जमशेदपुर के 136 वकीलों की प्रैक्टिस पर रोक, विरोध शुरू
Jharkhand News : बार काउंसिल ऑफ इंडिया के नियमों के अनुसार वैसे अधिवक्ता, जो 12 जून 2010 के बाद लाइसेंस टू प्रैक्टिस प्राप्त किये हैं और उनकी विधि शिक्षा का अंतिम शैक्षणिक सत्र 2009-10 है या इसके बाद का है, उन्हें ऑल इंडिया बार एग्जाम (एआइबीइ) उत्तीर्ण करना अनिवार्य है.
Jharkhand News : एआइबीइ (ऑल इंडिया बार एग्जाम) क्लियर नहीं करने वाले जमशेदपुर बार से जुड़े 136 वकीलों की प्रैक्टिस करने पर रोक लग गयी है. ये सभी पिछले 10-12 वर्षों से यहां प्रैक्टिस कर रहे थे. झारखंड बार विधिज्ञ परिषद के सचिव राजेश पांडेय के हस्ताक्षर से 136 ऐसे अधिवक्ताओं की सूची जमशेदपुर बार की एडहॉक कमेटी ने जारी की है. इसमें 236 नॉट एग्जामनी की लिस्ट भी शामिल है. हालांकि अभी 236 नॉट एग्जामनी के प्रैक्टिस, वोट डालने व प्रदत्त सुविधाओं पर रोक को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है. प्रैक्टिस पर रोक के निर्णय का 136 वकीलों के साथ नॉट एग्जामनी श्रेणी में शामिल 236 वकीलों ने विरोध दर्ज कराया है. विरोध जता रहे वकीलों ने निबंधन के 12 साल बाद एग्जाम को अनिवार्य बताने वाले आदेश को अनुचित करार दिया है.
राज्य के सभी जिलों में बड़ी संख्या में वर्ष 2010 जून के बाद से प्रैक्टिस करने वाले वकीलों पर रोक लगायी गयी है. प्रदेश में इसका विरोध शुरू हो गया है. वकीलों ने बताया कि पिछले 10-12 सालों से जमशेदपुर बार में प्रैक्टिस कर उन्होंने कई केस लड़े और जीते हैं. कई केसों की सुनवाई चल रही है. कई वकील अलग-अलग कंपनियों, बैंक व व्यक्तिगत लीगल डील कर रहे हैं. अचानक प्रैक्टिस पर रोक लगाने से नयी समस्या उत्पन्न हुई है. हालांकि बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा साल में दो बार एआइबीइ की परीक्षा कराने का विकल्प खुला हुआ है. प्रभावित वकील परीक्षा दे उत्तीर्ण होकर पूर्व की तरह बार में प्रैक्टिस कर सकते हैं.
जमशेदपुर में 2006-09 बैच के उत्तीर्ण वकीलों ने न्यू बार में मंगलवार को बैठक कर सूची को रद्द करने की मांग की. वकीलों ने न्यायपूर्ण तरीके से आंदोलन जारी रखने की बात कही. बैठक में अधिवक्ता आनंद झा, सुनील शर्मा, लालटू चंद्रा, सुकेश अग्रवाल, सुमन कुमार, अमित कुमार, उदय मोहन झा, कमल, सिकंदर, धमेंद्र, शिव कुमार, श्याम गुप्ता, सुधीर कुमार, संतोष पांडेय, अविनाश चौधरी, विवेक चौधरी, विजय कुमार सिंह, संजीव कुमार झा, मनीष, रंजना मिश्रा आदि मौजूद थे.
एआइबीइ परीक्षा क्लियर नहीं करने वाले 136 वकील
हेमंता हेंब्रम, मधुमिता चक्रवर्ती, अमित कुमार, अनिल कुमार मुर्मू, विनोद कुमार, नाजिया तबस्सुम, राकेश चंद्रा, संध्या रॉय, शोभा लकड़ा, विजय कुमार सिन्हा, विवेक अग्रवाल, अनुराधा सिंह, नियाज प्रवीण, पूनम कुमार शर्मा, संदीप साहू, अधिराज सोरेन, कमल दीप सिंह, मनीष कुमार चक्रवर्ती, दीपावतिका तामरिया, सुमंत कुमार बेरा, ज्योता सरकार, निधि शर्मा सिंह, निहारिका राज, संगीता कुमारी, सबिता सोरेन, सुशील कुमार, आदिती, करनदेव सिंह, रिया चटर्जी, शिव शंकर पांडेय, विकास कुमार पांडेय, रंजन कुमार, प्राक्षी बतेजा, रूबी रुकमनी, एकता प्रियादर्शी प्रमोद मनजस तिर्की, हर्षिता सिंह, अमित कुमार तिवारी, ज्योति कुमारी, राहुल राजा, निर्मल कुमार सहाय, अर्चना मिश्रा, दुर्गा कुमारी, सबिता गुप्ता, आकाश कुमार शर्मा, सुप्रिया फातिमा, स्वाति मित्रा, किरण पाठक, नीलम कच्छप, श्रीलेखा घोषाल, धनश्यामनंद बंसल, संजय कुमार चौबे, अरविंद कुमार, राहुल कुमार, किरण महतो, कृष्णकांत, कार्तिक चंद मंडल, सराय रॉय, सुमन कुमार मिश्रा, अभिषेक कुमार शर्मा, गीता रानी, अभिषेक अग्रवाल, सौमिक बोस, मानस कुमार दास, स्वाती कुमारी, नुपूर पाठक, पवन, अभिलाष कुमार पाठक, गायत्री देवी, मेघनाथ टुडू, शशांक बनर्जी, सोनू सिंह, दिव्या कुमार बधावन, आयुषि अग्रवाल, जितेंद्र कुमार, रमाकांत सोरेन, अमित कुमार, भावेश कावी, राहुल गोस्वामी, श्वेता गुप्ता, प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रियंका दत्ता, जॉय कुमार महतो, अमित प्रकाश सुमन, मनोज कुमार चंद्रा, छबि सिन्हा, सौम्या त्रिपाठी, नीलॉय दत्ता, निधि कुमारी, खुशबू चक्रवर्ती, प्रियंका जायसवाल, स्वप्निल पटनायक, कौशिक चक्रवर्ती, नीरज कुमार, कुमारी निशी, जानवी बदियानी, ऋषि रंजन वत्स, सोमा रंजन मुखर्जी, शोभा कुमारी, एमुनएल तिग्गा, मनमीत सैनी, विशेष खां, कौशल किशोर, सैयद मोहम्मद अख्तर, अनिकेत कुमार पांडेय, राकेश कुमार सिंह, शुभम अग्रवाल, राहुल कुमार, जय प्रकाश शर्मा, पूजा कुमारी, अभय सिंह, प्रियंका शर्मा, संपत कवि, अर्चना झा, अरविंद कुमार, भुक्तो टुडू, विभाष कुमार चौधरी, बिन्नी कुमारी, चंद्रशेखर मिश्रा, चेतन प्रकाश, निशांत कुमार, रविंद्रनाथ महतो, रविंद्रनाथ साहू, रफत फातिमा, राजेश कुमार करण, राजेश गोप, रीना कुमारी सिन्हा, संगीता कुमार शर्मा, सुजीत कुमार महतो, सूरजकांत फेडरीक खालखो, विमल कुमार, निधि भदानी, मदन सोरेन शामिल हैं.
जमशेदपुर बार एडहॉक कमेटी के चेयरमैन लाला अजित कुमार अंबष्ठा ने कहा कि 10-12 सालों से प्रैक्टिस कर रहे वकीलों पर रोक लगाने की सूची देकर मैं भी अचंभित हूं. इस संबंध में प्रदेश बार परिषद के चेयरमैन राजेंद्र कृष्णा से बात हुई है. चेयरमैन ने नॉट एग्जमनी के बार मामले में दस्तावेज का अध्ययन के बाद स्थिति स्पष्ट करने का आश्वासन दिया है.
Posted By : Guru Swarup Mishra