कई दिनों से रेकी करने के बाद अपराधियों ने आलोक को मारी गोली, पांच हिरासत में
कई िदनों से रेकी करने के बाद अपराधियों ने आलोक को मारी गोली, पांच हिरासत में
– देसी पिस्टल से आलोक को गोली मारने की बात आयी सामने, सिर, छाती में मारी गोली
– तीन युवक लगातार कर रहे थे आलोक की रेकी, घटना के वक्त भी थे मौजूद वरीय संवाददाता, जमशेदपुर :कदमा थानांतर्गत शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर चार में हुए आलोक भगत उर्फ मुन्ना की हत्या मामले में पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया. पुलिस ने सभी लोगों से हत्याकांड में शामिल अन्य युवकाें से पूछताछ कर रही है. पुलिस को हथियार के बारे में भी जानकारी मिली है. सूत्रों के अनुसार गोली मारने के दौरान अपराधियों ने देसी पिस्टल का इस्तेमाल किया है. सूचना है कि रेकी करने वाले दो युवकों को भी पुलिस ने पकड़ा है. जिसकी बरामदगी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
शुक्रवार को पुलिस आलोक हत्याकांड का संभवत: उद्धभेदन करेगी. इस मामले में आलोक भगत के भाई मनोज भगत ने आकाश सिंह उर्फ छोटू बच्चा, मोहित सिंह, राजन सिंह, विकास सिंह, मनीष पांडेय और सुमित सिंह के खिलाफ गोली मार कर हत्या करने का केस दर्ज किया है. पोस्टमार्टम में यह पाया गया कि आलोक को छाती और आंख के पास गोली लगी है. हालांकि पेट में भी गोली लगने की बात आ रह है. लेकिन अब तक इसके बारे में कोई पुष्टि नहीं हो पायी है.वहीं गुरुवार को पुलिस ने शव को टीएमएच के शीतगृह से लेकर पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज लेकर गये. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को उनके परिजनों को सौंपा. इसके बाद बिष्टुपुर स्थित पार्वती घाट पर आलोक के शव का अंतिम संस्कार किया गया. आलोक के अंतिम संस्कार में पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता भी बर्निंग घाट पर पहुंचे. इस दौरान टाइगर क्लब और कांग्रेस के कई लोग मौजूद थे. गौरतलब है कि 18 दिसंबर की सुबह करीब 10 बजे कांग्रेस कार्यकर्ता और टाइगर क्लब का संचालक आलोक भगत की अपराधियों ने उसके ही घर से कुछ दूरी पर गोली मार कर हत्या कर दिया था. उस वक्त आलोक बुलेट से कदमा बाजार से फूल और दूध लेकर घर की ओर लौट रहा था.
आलोक की रेकी कर रहे थे तीन युवक
अब तक की जांच में यह पाया गया है कि आलोक की हत्या करने के पूर्व उसकी रेकी की जा रही थी. हत्या करने के दिन भी तीन युवक उसके घर से निकलने से वापस आने तक का पूरा रेकी की थी. रेकी करने वाले तीन युवकों को लगाया गया था. जो कि कुछ दिनों से आलोक की गतिविधियों की रेकी कर रहे थे. कुछ दिनों से ही आलोक ने पूजा करना शुरू किया था. और सुबह के वक्त हर दिन फूल लाने के लिए बाजार जाता था. इसकी जानकारी रेकी करने वालों ने हत्यारों को दी. जांच के दौरान यह भी पता चला है कि आलोक को गोली मारने के लिए हत्यारे पैदल ही आये थे. गोली मारने के बाद वे लोग मौके से पैदल ही फरार हो गये. वहीं कुछ युवक फायरिंग करने वाले अपराधियों की सुरक्षा के लिए भी हथियार लेकर मौके पर मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है