जमशेदपुर में इलाज के अभाव में पशुओं की नहीं होगी मौत, जानवरों के लिए भी शुरू होगी एंबुलेंस सेवा
जमशेदपुर में एंबुलेंस सेवा शुरू करने से पशु मृत्यु दर में कमी आयेगी. कई बार देख जाता है कि पशुपालक बीमार पशुओं को चिकित्सक के पास ले जाने में कई बार असमर्थ रहते हैं और इलाज के अभाव में उनकी मौत हो जाती है.
पूर्वी सिंहभूम जिले में भी जानवरों के लिए एंबुलेंस सेवाएं शुरू होगी. इसके लिए राज्य में पशु चिकित्सकों की नियुक्ति हो चुकी है. दो चिकित्सकों को जिले में भेजा जायेगा. चार एंबुलेंस भी प्रारंभिक तौर पर भेजा जाना है. जिले के हर प्रखंड में एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाना है. पशुपालन विभाग की ओर से यह सेवाएं शीघ्र शुरू की जायेगी. वर्तमान में दुमका जिले में इसकी शुरुआत हो चुकी है.
जिले में अभी पशुपालक बीमार पशुओं को चिकित्सक के पास ले जाने में कई बार असमर्थ रहते हैं और इलाज के अभाव में उनकी मौत हो जाती है. एंबुलेंस सेवा से पशु मृत्यु दर में कमी आयेगी. इधर जिले में गौ मुक्ति धाम भी खोले जाने योजना है. पशुपालन विभाग की ओर से इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. इसके लिए जगह भी चिह्नित कर लिया गया है.
एंबुलेंस और चिकित्सक की जरूरत थी, जो पूरी होगी : पशुपालन पदाधिकारी
पशुपालन पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में पशु चिकित्सकों की कमी है. अभी सरकार ने बहाली की है. यहां के लिए भी चिकित्सक मिलेंगे. एंबुलेंस सेवाओं का लाभ भी जिले को मिलेगा. सरकार के एंबुलेंस का इंतजार है. गौ मुक्तिधाम के लिए जगह चिह्नित किया जा रहा है. पशुपालन के क्षेत्र में जिले को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम हो रहा है.