Jamshedpur news. कैमरे की जद में आते ही हो जायेगी घेराबंदी व गिरफ्तारी

जमशेदपुर में पुलिस ने लगवाया हाइटेक कैमरा, अपराधियों की प्रोफाइल और हुलिया होगा फीड

By Prabhat Khabar News Desk | December 13, 2024 9:30 PM

– जमशेदपुर पुलिस और टाटा स्टील के साथ की गयी कदमा और साकची में कैमरों की टेस्टिंग

– गाड़ियों की भी इसके जरिये ही हो सकेगी धरपकड़, 150 से अधिक कैमरे अभी लगेंगे

Jamshedpur news.

जमशेदपुर पुलिस क्राइम कंट्रोल के लिए हाइटेक कैमरे लगवा रही है. करीब 150 से अधिक स्थानों पर ऐसे सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं. शुक्रवार को इसका ट्रायल रन किया गया, जिसमें यह सफल रहा. साकची गोलचक्कर और कदमा गोलचक्कर पर ट्रायल के लिए यह कैमरे लगाये गये हैं, जिसके तहत हाइटेक फेस डिटेक्शन कैमरों से अपराधियों की पहचान होगी. पुलिस ने शहर के वैसे इलाके, जहां अक्सर सांप्रदायिक तनाव के मामले सामने आते हैं या फिर वैसे इलाके, जहां अपराधियों का मूवमेंट ज्यादा होता है, वहां उच्च क्वालिटी का फेस डिटेक्शन कैमरा लगाया जा रहा है. कई जगहों पर फेस डिटेक्शन कैमरा लगा दिया गया है, जबकि कई जगह पर इसका काम जोर शोर से चल रहा है. शहर की सुरक्षा को फुलप्रूफ बनाने को लेकर फेस डिटेक्शन कैमरा सिस्टम में जिले और आसपास के अपराधियों का प्रोफाइल और हुलिया फीड होगा. अपराधी के कैमरे की जद में आते ही कंट्रोल रूम में सिग्नल बीप बजेगी और पुलिस को शातिर अपराधी के शहर में आने की सूचना मिल जायेगी. इससे अपराधियों की पहचान के साथ धरपकड़ में आसानी होगी.

पुलिस सभी वांटेड अपराधियों और संदिग्ध लोगों के चेहरे अपने मास्टर कंप्यूटर में फीड करेगी

इन कैमरों की खासियत इनकी फेस डिटेक्शन टेक्नोलॉजी होगी. यह वह आधुनिक तकनीक है, जो सीसीटीवी कैमरों के सामने से गुजरने वाले हर चेहरे को पहचानने की काबिलियत रखती है. इसके लिए पुलिस उन सभी वांटेड अपराधियों और संदिग्ध लोगों के चेहरे अपने मास्टर कंप्यूटर में फीड करेगी, जो सीआइडी और स्पेशल ब्रांच द्वारा उपलब्ध करवाया जाता है. साथ ही उन शातिरों के चेहरों को भी कंप्यूटर में फीड की जायेगी, जो अक्सर शहर में वारदातों को अंजाम देते पकड़े जाते हैं. कई गुप्त स्थानों पर भी इसे लगाया जा रहा है.

गाड़ियों का नंबर प्लेट से लेकर कार के भीतर बैठा व्यक्ति भी दिख जायेगा

इस कैमरे के जरिये गाड़ियों का नंबर प्लेट से लेकर कार के भीतर बैठा व्यक्ति भी दिख जायेगा. चूंकि शातिर अपराधियों और वांटेड नक्सलियों की तस्वीर पुलिस के पास मौजूद है. ऐसे में अगर वे फेस डिटेक्शन कैमरे के सामने से वह गुजरता है, तो पुलिस को उनके शहर में आने की सूचना मिल जायेगी और समय रहते उन्हें गिरफ्तार कर अपराध की वारदातों पर रोक लगायी जा सकती है.

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