झारखंड सरकार आदिवासी संस्कृति को पूरे विश्व में पहचान दिलाने के लिए प्रयासरत : बन्ना गुप्ता
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को सिदगोड़ा स्थित टाउन हॉल में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति व परंपरा की झलक देखने को मिली.
सिदगोड़ा टाउन हॉल में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम
30 लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का किया गया वितरण
जमशेदपुर :
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को सिदगोड़ा स्थित टाउन हॉल में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति व परंपरा की झलक देखने को मिली. दर्शकों से खचाखच भरे सभागार में आदिवासी परंपरा एवं संस्कृति को जीवंत करते कलाकारों की अद्भुत प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि आदिवासी समाज को शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि के क्षेत्र में प्रगति के पथ पर अग्रसर होना है. इन्हीं विकासशील कार्यों के लिए झारखंड सरकार कृत्य संकल्पित होकर आदिवासी संस्कृति को विश्व भर में पहचान दिलाने के लिए प्रयासरत है. राज्य स्तरीय दो दिवसीय आदिवासी महोत्सव इसी कड़ी में एक प्रयास है, जहां देश के अलग-अलग प्रांत के आदिवासी संस्कृति एवं परंपरा के ध्वजवाहक अपने नृत्य-गीत कौशल से राज्यवासियों को रूबरू करा रहे हैं. उन्होंने आह्वान किया कि अपनी संस्कृति को संजोये रखने, स्वाभिमान को जागृत और जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए हमेशा एकत्रित होकर कार्य करना होगा. उन्होंने आदिवासी संस्कृति, जीवन पद्धति तथा देश की स्वतंत्रता में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों यथा भगवान बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू, चांद भैरव आदि को स्मरण कर सभी को उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने की अपील की.योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना प्राथमिकता : डीसी
उपायुक्त अनन्य मित्तल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व आदिवासी दिवस हमें अपनी परंपरा, संस्कृति एवं प्रकृति के प्रति सच्चे प्रेम की याद दिलाता है. आदिवासी संस्कृति और परंपरा का अद्भुत समागम हम सभी के लिए प्रेरणादायक है. राज्य के आदिवासी भाई-बहनों को लक्षित कर उनकी समृद्धि की दिशा में विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है, जिसे जिला प्रशासन द्वारा समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास है. वन पट्टा का वितरण हो या मुख्यमंत्री रोजगार सृजन, दुर्गम क्षेत्र की बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने के लिए छात्रवृत्ति या साइकिल वितरण आदि कई योजनाएं है, जिससे सुयोग्य लाभुकों को आच्छादित किया जा रहा है. एसएसपी किशोर कौशल ने कहा कि समाज जागरूक तभी कहलाता है, जब आम जनता अपने अधिकार को समझते हैं तथा उसे पाते हैं.इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त अनन्य मित्तल, एसएसपी किशोर कौशल, पीडी आइटीडीए दीपांकर चौधरी, एएमसी मानगो नगर निगम रंजीत लोहरा, जिला कल्याण पदाधिकारी राजेंद्र गुप्ता व अन्य अतिथियों ने किया. अतिथियों का स्वागत पारंपरिक नृत्य एवं वाद्य यंत्रों के साथ लोटा-पानी से किया गया.
क्वीज, डांस, स्टोरी टेलिंग, पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित
इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ-साथ स्कूल स्तर पर आयोजित क्वीज, डांस, स्टोरी टेलिंग, पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया. मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, वन पट्टा, सर्वजन पेंशन, मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, स्वयं सहायता समूह को क्रेडिट लिंकेज आदि योजना के 30 लाभुकों के बीच स्वीकृति पत्र एवं परिसंपत्ति का वितरण किया गया. आयोजन के दौरान आदिवासी संस्कृति से जुड़े खानपान के स्टॉल भी विशेष आकर्षण के केंद्र रहे. कार्यक्रम में विभिन्न आवासीय विद्यालय के बच्चे, अभिभावक, विभिन्न योजनाओं के लाभुक शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है