जमशेदपुर : गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष निरीक्षण करने पहुंचे गौशाला, लगायी फटकार, जारी करेंगे कारण बताओ नोटिस

शनिवार को काम करने के दौरान दीवार का एक बड़ा हिस्सा गिरने के कारण मजदूर के घायल होने व पैर टूटने की घटना घटी थी. आनन-फानन में ठेकेदार उन्हें हॉस्पिटल लेकर गये. इस पूरे घटना को ठेकेदार और गोशाला प्रबंधक छुपाने का प्रयास किया.

By Kunal Kishore | August 11, 2024 9:46 PM

जमशेदपुर : जुगसलाई स्थित टाटानगर गोशाला में विगत दिनों हुए घटना की जांच एवं निरीक्षण करने झारखंड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन एवं उपाध्यक्ष राजू गिरी रविवार को गौशाला पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल की जांच की एवं पूरे गोशाला का भ्रमण किया. गौशाला के अध्यक्ष कैलाश सरायवाला और सचिन महेश गोयल के साथ घटना को लेकर जानकारी ली. आयोग के अध्यक्ष राजीव सिंह घटना को लेकर अपना कड़ा रुख अख्तियार करते हुए टाटानगर गोशाला का भ्रमण किया. इस दौरान अनियमितता पाये जाने पर आयोग द्वारा गोशाला प्रबंधन के पदाधिकारियों को फटकार लगाई और सात दिनों के अंदर इस मामले में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया.

गौशाला प्रबंधक ने किया छुपाने का प्रयास

गौशाला परिसर में इन दिनों कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है. उल्लेखनीय है कि शनिवार को काम करने के दौरान दीवार का एक बड़ा हिस्सा गिरने के कारण मजदूर के घायल होने व पैर टूटने की घटना घटी थी. आनन-फानन में ठेकेदार उन्हें हॉस्पिटल लेकर गये. इस पूरे घटना को ठेकेदार और गोशाला प्रबंधक छुपाने का प्रयास किया. इसके पहले छह अगस्त को गोशाला में छज्जा गिरने के कारण गर्भवती गाय की मौत हो गयी थी. इस दौरान जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र, आयोग के पशुचिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रभात कुमार पांडेय, प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी टेल्को डॉ कपरा मार्डी उपस्थित रहे.

नियमों की धज्जियां उड़ायी गयी : अध्यक्ष

अध्यक्ष राजीव सिंह ने समिति द्वारा गाय के रख-रखाव व व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया. घटना में टाटानगर गोशाला समिति की लापरवाही सामने आयी, जिससे आयोग के प्रतिनिधि टाटानगर गोशाला प्रबंधन पर भड़क उठे. प्रबंधन को फटकार लगायी. वहीं प्रबंधन द्वारा किये गये स्वागत सत्कार को भी आयोग द्वारा नकार दिया गया. अध्यक्ष राजीव सिंह ने कहा कि आयोग के नियमों की धज्जियां उड़ायी गयी है. सुरक्षा के मानकों का ख्याल नहीं रखा गया है. टाटानगर गोशाला समिति द्वारा कंस्ट्रक्शन का काम करवाया जा रहा है, जो साफ तौर पर प्रबंधन की लापरवाही को उजागर करता है. उन्होंने कहा कि आयोग को समिति द्वारा जो भी जानकारी दी गयी, उससे यह प्रतीत होता है कि समिति द्वारा गुमराह किये जाने का प्रयास किया गया है. उन्होंने कहा कि आयोग इस मामले को गंभीरता से देख रही है. सोमवार को नोटिस देकर सात दिनों के अंदर इनसे जवाब-तलब किया जायेगा और अगर आयोग इनके जवाब से संतुष्ट नहीं होता है, तो इन पर कार्रवाई की जायेगी. लापरवाही का जिम्मेदार टाटानगर गोशाला प्रबंधन कमेटी है.

एसी में लगी आग

गोशाला प्रबंधक के ऑफिस में लगे एसी में अचानक शॉर्ट सर्किट से आग लग गयी. आनन-फानन में सभी लोग बाहर निकल गये.

आयोग से पत्र मिलने के बाद समिति अपना पक्ष रखेगी : कैलाश सरायवाला

करीब नौ सालों से अध्यक्ष पद को संभाल रहे कैलाश सरायवाला ने कहा कि छह सालों में इस तरह की कोई घटना नहीं घटी है. छह अगस्त को 15 फीट की दीवार गिरने की घटना महज दुर्घटना है. सुबह चार बजे सूचना मिलते ही गोशाला पहुंचे. तीन गाय को बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. वहीं स्थिति में सुधार लाने के लिए तुरंत प्रयास किया गया. गौ सेवा आयोग बनने के बाद किसी तरह के दिशा – निर्देश टाटानगर गौशाला समिति को नहीं भेजा गया है. वर्तमान समय में गोशाला में दुधारू गाय 280 है. कुल गाय 1700 है. इन रख-रखाव व सेवा में हर दिन कम से कम दो लाख के खर्च होता है. आयोग द्वारा सोमवार को पत्र मिलने के बाद समिति अपना पक्ष रखेगी.

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