वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
विश्व ल्यूपस दिवस पर शुक्रवार को बिष्टुपुर स्थित कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन ऑफिस में टीएमएच की ओर से जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया.इस अवसर पर उपस्थित टीएमएच के डॉक्टर अखिल सुगंधी ने कहा कि ल्यूपस एक गंभीर बीमारी है. इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है. दवा से इसको रोका जा सकता है. जागरूकता ही इस बीमारी का इलाज है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी से व्यक्ति के दिमाग और सेंट्रल नर्वस सिस्टम प्रभावित हो सकता है. इसके कारण चक्कर आना, सिर दर्द, बिहेवियर में बदलाव, ठीक से दिखाई न देना, स्ट्रोक और याददाश्त से जुड़ी समस्या हो सकती है. वहीं ल्यूपस की वजह से किडनी को भी गंभीर नुकसान पहुंचता है. हार्ट की मांसपेशियों व आर्टरीज में सूजन हो सकती है. इससे कार्डियोवैस्कुलर और हार्ट अटैक का खतरा काफी बढ़ जाता है. उन्होंने कहा कि ल्यूपस एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को हेल्दी टिश्यू पर हमला करने का कारण बनती है. इससे जोड़ों, मांसपेशियों, त्वचा, किडनी, हार्ट और मस्तिष्क सहित कई अंगों में सूजन और दर्द हो सकता है. यह बीमारी महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है. उन्होंने कहा कि शरीर में लाल दाना निकल रहा है, जोड़ों में दर्द व सूजन है, तो डॉक्टर से मिलकर इसकी जांच करानी चाहिए. जल्दी जांच कराने से जल्द इसका इलाज शुरू हो सकता है. इससे किसी प्रकार का कोई ऑर्गेन खराब होने के पहले ही इसको रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस तरह के मरीजों को हर तीन माह में अपनी जांच करानी चाहिए. उन्होंने बताया कि यह 18 से 33 वर्ष के लोगों को यह बीमारी ज्यादा होती है. शहर में लगभग 15 से 20 हजार लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं. उन्होंने बताया कि टीएमएच में हर सप्ताह नये व पुराने मरीज मिलाकर पांच से छह मरीज इलाज कराने आते हैं, जिसमें एक से दो मरीज नये होते हैं.——————————————————————-ल्यूपस के लक्षण :
थकान, जोड़ों में दर्द और सूजन, त्वचा पर लाल चकत्ते, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, बालों का झड़ना, सेंसिटिविटी, मेमोरी लॉस आदि———————————————-
बचाव के उपाय :
रोजाना हेल्दी चीजों का सेवन करें, एक्सरसाइज और योग करने से शरीर को कई बीमारियों से बचाया जा सकता है. धूम्रपान और शराब का सेवन करने से बचें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है