भंजसेना ने की आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा, रेल-रोड ट्रांसपोर्टेशन पर पड़ सकता है असर, रेलवे की ये है तैयारी
जमशेदपुर (कुमार आनंद) : ओडिशा के मयूरभंज जिले के माइंस में स्थानीय बेरोजगार युवकों को रोजगार देने की मांग को लेकर मयूरभंज की भंजसेना ने आर्थिक नाकेबंदी करने की घोषणा की है. भंजसेना के चेयरमैन राकेश सिंह ने बताया यह आर्थिक नाकेबंदी गुरुवार 10 दिसंबर सुबह 6:00 बजे से लेकर 11 दिसंबर सुबह 6:00 बजे रहेगी. रेल-रोड ट्रांसपोर्टेशन पर इसका असर पड़ सकता है.
जमशेदपुर (कुमार आनंद) : ओडिशा के मयूरभंज जिले के माइंस में स्थानीय बेरोजगार युवकों को रोजगार देने की मांग को लेकर मयूरभंज की भंजसेना ने आर्थिक नाकेबंदी करने की घोषणा की है. भंजसेना के चेयरमैन राकेश सिंह ने बताया यह आर्थिक नाकेबंदी गुरुवार 10 दिसंबर सुबह 6:00 बजे से लेकर 11 दिसंबर सुबह 6:00 बजे रहेगी. रेल-रोड ट्रांसपोर्टेशन पर इसका असर पड़ सकता है.
भंजसेना के चेयरमैन राकेश सिंह ने बताया कि आर्थिक नाकेबंदी के दौरान टाटा बादामपहाड़ रेलरूट के अंतर्गत ओडिशा के बादामपहाड़ माइंस, गोरूमहिसनी माइंस समेत जिले से गुजरने वाली गुड्स ट्रेन व ट्रक के लोडिंग-अनलोडिंग और ट्रांसपोर्टेशन को भंजसेना रोकने का आंदोलन शुरू करेगी. उन्होंने बताया वर्तमान में माइंस से दशकों से प्रतिदिन रेलवे और स्थानीय ट्रक डंपर व बड़े गाड़ियों से ढुलाई की जा रही है, लेकिन सरकार ने स्थानीय बेरोजगार युवकों को रोजगार दिलाने के लिए ठोस पहल नहीं की. इसे लेकर स्थानीय युवकों में आक्रोश है.
भंजसेना के चेयरमैन राकेश सिंह ने बताया कि राज्य व केंद्र सरकार से बार-बार अनुरोध करने के बावजूद जब कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया, तब जाकर मजबूर होकर शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से आर्थिक नाकेबंदी आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई है. आर्थिक नाकेबंदी को लेकर इसकी लिखित सूचना राज्य- केंद्र सरकार के साथ-साथ रेल प्रशासन को पूर्व में ही दी जा चुकी है.
टाटानगर के एरिया रेल मैनेजर विकास कुमार ने बताया कि टाटा बादाम पहाड़ रूट के मयूरभंज में आर्थिक नाकेबंदी की सूचना मिली है, लेकिन ट्रेन का परिचालन नहीं करना है, ऐसा कोई आदेश नहीं मिला है. इसलिए ढुलाई के लिए गुड्स ट्रेन भेजी जायेगी.
Posted By : Guru Swarup Mishra