झारखंड:जमशेदपुर में भोजपुरी साहित्य सम्मेलन का शुभारंभ,केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भोजपुरी को बताया समृद्ध
विधायक सरयू राय ने कहा कि भोजपुरी के आठवीं अनुसूची में शामिल होखल गर्व के बात होई. भोजपुरी के आठवां अनुसूची में शामिल करे के मांग संसद में गूंज रहल बा. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जायेगा. इसके लिए फिर से प्रस्ताव आयेगा.
जमशेदपुर, अशोक झा: जमशेदपुर के तुलसी भवन में शनिवार को दो दिवसीय अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के 27वें अधिवेशन का शुभारंभ किया गया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा मुख्य अतिथि थे. उन्होंने भोजपुरी की महत्ता पर प्रकाश डाला. इसके साथ ही कई पुस्तकों का विमोचन किया. उन्होंने कहा कि भोजपुरी काफी समृद्ध है. देश में जितनी भाषाएं है, उनके साहित्य में भारत की ताकत है. ये ताकत वास्तविक रूप से दुनिया को अलग करती है. सांस्कृतिक संध्या का प्रारंभ स्मारिका मिश्रा की टीम ने गणेश वंदना प्रस्तुत किया. नाटक दिल्ली की रंगश्री की टीम द्वारा महेंद्र प्रताप सिंह द्वारा नाटक माइंडसेट प्रस्तुति की. नगर के प्रसिद्ध गायक वीरेंद्र उपाध्याय ने अपने गीतों से शमा बांध दिया. प्रवर समिति एवं स्थायी समिति की बैठक भी हुई.
आठवीं अनुसूची में शामिल होखल गर्व के बात होई : सरयू
विधायक सरयू राय ने कहा कि भोजपुरी के आठवीं अनुसूची में शामिल होखल गर्व के बात होई. भोजपुरी के आठवां अनुसूची में शामिल करे के मांग संसद में गूंज रहल बा. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जायेगा. इसके लिए फिर से प्रस्ताव आयेगा. उन्होंने कहा कि हम मॉरीशस से पीछे हैं. उन्होंने भोजपुरी विरासत को संजोकर रखा है. पहले पुलिस में भोजपुरी भाषा थी. वहां के लोगों में भारत के प्रति आस्था है. हाथी निकल गया है, केवल पूंछ रह गया है.
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40 साल से हमनी के भारत में भोजपुरी के आठवीं अनुसूची में शामिल होखे के बात सुनत बानी जा : डॉ सरिता बुधु
मॉरीशस के उप प्रधानमंत्री की पत्नी डॉ सरिता बुधु ने कहा कि 40 साल से हमनी के भारत में भोजपुरी के आठवीं अनुसूची में शामिल होखे के बात सुनत बानी जा. जबकि हमनी के भोजपुरिया सांसद आ मंत्री संसद में बइठल बाड़े. भोजपुरी के आठवीं अनुसूची में शामिल करे खातिर विरोध प्रदर्शन आ प्रदर्शन भी भइल. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी बनारस में बोले थे कि भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में लायेंगे. मगर कुछ भोजपुरिया लोग है जो उसका विरोध कर रहे है. जिनको लगता है कि उनका पद खराब हो जायेगा. भोजपुरी के आने से हिंदी को नुकसान नहीं होगा. मॉरिशस में पूरा वातारण भोजपुरी है. खान-पान, रहन-सहन भी. अब दाल- पुड़ी मॉरिशस में फास्ट फूड बन गया है. चीन, अमेरिका, जापान तक पहुंच गया है. दर्जनों लोगों ने भोजपुरी में पीएचइडी किया है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी दिवस का आयोजन हो. अप्रैल में मॉरिशस में अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी दिवस का आयोजन किया गया है.
5 को मिला सर्वतोभावेत भोजपुरी सेवा सम्मान
भोजपुरी साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए सर्वतोभावेत भोजपुरी सेवा सम्मान शिव पूजन लाल विद्यार्थी, माधो पांडेय निर्मल, कन्हैया सिंह, गंगा प्रसाद अरुण को अतिथियों ने प्रदान किया, जबकि वयोवृद्ध साहित्य सेवी सम्मान विपिन बिहारी चौधरी, रांची, प्रो हरिकिशोर पांडेय, छपरा, रामवचन शास्त्री गाजीपुर और सुखनंदन सिंह को प्रदान किया गया. समारोह में वीणा पांउेय, भारती, माधवी उपाध्याय, उपासना सिन्हा ने मंगलगीत की प्रस्तुति की. जबकि उदय नारायण सिंह और रामेश्वर गोप ने बटोहिया गीत और स्वागत भाषण अध्यक्ष प्रेसनजित तिवारी ने दिया. महामंत्री जयकांत सिंह जय ने प्रतिवेदन की प्रस्तुति दी और कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्ष डॉ ब्रजभूषण मिश्र ने किया.
अतिथियों ने किया स्मारिका व पुस्तकों का विमोचन
अतिथियों ने इस दौरान स्मारिका सहित कई पुस्तकों का विमोचन किया. स्वर्ण जयंती के मौके पर पुस्तक प्रदर्शनी भी लगायी गयी थी. जिसका उद्घाटन डॉ शुक्ला मोहंती ने किया. इस मौके पर अरुण कुमार तिवारी, डॉ अजय ओझा भी मौजूद थे. पुस्तक प्रदर्शनी में सौरभ पांडेय की बात प बात, महज भोजपुरी व्याकरण, हीरालाल लीलाधर की पाथर रेख भोजपुरी कविता संग्रह, जयकांत सिंह की भोजपुरी गध साहित्य, डॉ ब्रजभूषण मिश्र की कसउटी पर भोजपुरी कविता, भोजपुरी सहित्यक परम्परा आ परख, उफनत दरिया बोट रात, महेंद्र प्रसाद सिंह की कचोट, बसमतिया चाउर, नाम्रता सिंह की आपन-आपन दाख, नेपाल से आये राम प्रसाद साह की भोजपुरी संजीवनी, डॉ सरिता की गीत गवई प्रमुख है.