झारखंड के इस शहर में कहर बरपा सकती है नकली शराब, बिहार की घटना ने बढ़ायी चिंता, प्रशासन बेफिक्र
लाइसेंसी दुकानों से भी पूर्व में नकली शराब की बिक्री का मामला पकड़ा गया था. फिलहाल झारखंड बेबरेज कारपोरेशन की ओर से शराब दुकान का ठेका एक कंपनी को दिया गया है. अबतक शराब में मिलावट करने के आरोप में 11 कर्मचारियों को जेल भेजा जा चुका है
Jamshedpur News जमशेदपुर में भी नकली और अवैध शराब का धंधा फल-फूल रहा है. इस साल 2004 लीटर नकली विदेशी शराब जब्त की जा चुकी है. 314 लीटर देसी शराब और 344 लीटर बीयर भी पकड़ी जा चुकी है. बिहार के छपरा में जहरीली व नकली शराब से 40 लोगों की मौत ने चिंता बढ़ा दी है लेकिन प्रशासन बेफिक्र नजर आ रहा है. अप्रैल से नवंबर तक अवैध शराब बिक्री में 67 लोगों को जेल भेजा गया है, जबकि 393 कारोबारी फरार हैं. इस अवधि में 669 केस दर्ज किये गये. 12.68 लाख रुपये विभाग ने अवैध कारोबारियों से जुर्माना भी वसूला है लेकिन नकली का कारोबार बंद नहीं हो सका.
शराब दुकानों से भी नकली शराब की बिक्री, 11 जा चुके हैं जेल
लाइसेंसी दुकानों से भी पूर्व में नकली शराब की बिक्री का मामला पकड़ा गया था. फिलहाल झारखंड बेबरेज कारपोरेशन की ओर से शराब दुकान का ठेका एक कंपनी को दिया गया है. अबतक शराब में मिलावट करने के आरोप में 11 कर्मचारियों को जेल भेजा जा चुका है. पांच को काम से हटाया गया. ठेका कंपनी पर 66.69 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है. एक सितंबर को जुगसलाई में, 14 सितंबर को पीपला में और 12 नवंबर को जोजोबेड़ा में शराब की दुकान से अवैध बिक्री में कार्रवाई की गयी थी.
छह माह बाद भी नकली शराब कारोबारी को नहीं खोज सकी बिहार और झारखंड पुलिस
नकली शराब कारोबारी न्यू ले आउट सीताराडेरा निवासी नीरज गुप्ता को अबतक बिहार और झारखंड पुलिस नहीं तलाश सकी है. नीरज गुप्ता चांडिल में बड़े पैमाने पर नकली शराब बनाता था. जिसे बिहार समेत झारखंड,ओडिशा, पश्चिम बंगाल के कई जिलों में सप्लाई किया जाता था. नीरज गुप्ता द्वारा भेजे गये नकली शराब से लदे ट्रक को बेगुसराय और बिहटा पुलिस ने पकड़ा था.
जिसके बाद नीरज गुप्ता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. नीरज गुप्ता की तलाश में बिहटा पुलिस ने 16 मई को चांडिल में उसकी शराब फैक्ट्री में छापेमारी कर 25 लाख की नकली शराब पकड़ी थी. लेकिन वह फरार हो गया था. बिहार पुलिस ने न्यू ले आउट सीतारामडेरा स्थित उसके घर पर भी छापेमारी की थी, लेकिन वह फरार हो गया था. उसके बाद से पुलिस नीरज गुप्ता को नहीं पकड़ पायी है.
अवैध व नकली शराब की सूचना मिलने पर छापेमारी की जाती है. इस साल 67 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. दुकान में गड़बड़ी करने वाले 11 कर्मचारी भी जेल भेजे गये हैं. ठेका कंपनी को 66.69 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
एके मिश्रा, सहायक उत्पाद आयुक्त, पूर्वी सिंहभूम
रिपोर्ट- श्याम झा