जमशेदपुर . टाटा कमिंस जमशेदपुर प्लांट में 29 मार्च से 2 अप्रैल तक कामकाज नहीं होगा. कंपनी पांच दिन बाद 3 अप्रैल को खुलेगी. कंपनी के प्लांट हेड रामफल नेहरा के आदेश से इस संबंध में शुक्रवार को सर्कुलर जारी किया गया है. सर्कुलर के तहत कंपनी ने वर्तमान व्यावसायिक आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, 29 मार्च से 2 अप्रैल तक प्लांट को बंद रखने का फैसला लिया है. ताकि परिचालन लागत को कम से कम कर सकें और साथ ही रखरखाव, गुणवत्ता के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें. 29 और 30 मार्च को क्लोजर रहेगा.
इंजन का उत्पादन रहेगा ठप
कंपनी के जारी सर्कुलर में कहा गया कि 29 और 30 मार्च को क्लोजर रहेगा. रविवार 31 मार्च को सार्वजनिक अवकाश रहेगा. सोमवार, 1 अप्रैल और 2 अप्रैल 2024 को पुनः ब्लॉक क्लोजर रहेगा. इस तरह कंपनी पांच दिन तक बंद होने से कंपनी में इंजन का उत्पादन पूरी तरह से ठप रहेगा. कंपनी प्रबंधन की ओर से सभी डिपार्टमेंट हेड को ऐसे कर्मचारियों की सूची तैयार करने को कहा गया कि जिन क्लोजर के दिनों में काम करना है. ये कर्मचारी ड्यूटी पर रिपोर्ट करेंगे. ब्लॉक क्लोजर के दौरान कंपनी का 50 प्रतिशत व कर्मचारियों के लीव का 50 प्रतिशत कटता है. जिन कर्मचारियों का पीएल या सीएल समाप्त है, उनके वेतन से क्लोजर का पैसा समायोजित होगा. क्लोजर के दौरान जिन कर्मचारियों या अधिकारियों को ड्यूटी पर बुलाया जायेगा, उन्हें काम पर आना होगा. अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों या अधिकारियों का पूरे दिन का वेतन कटेगा. वह दिन कर्मचारियों के अवकाश में चला जायेगा. उन्हें छुट्टी लेनी होगी.
टाटा मोटर्स में भी 4 दिन ब्लॉक क्लोजर होने की संभावना, निर्णय कल
टाटा मोटर्स जमशेदपुर प्लांट में भी 30 मार्च से 3 अप्रैल तक ब्लॉक क्लोजर होने की संभावना है. इस पर अंतिम निर्णय शुक्रवार को होने की संभावना है. टाटा कमिंस और टाटा मोटर्स जमशेदपुर प्लांट में 5 दिन उत्पादन ठप होने का सीधा असर आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में टाटा मोटर्स पर आश्रित कंपनियों पर पड़ेगा. जो सीधे टाटा मोटर्स पर आश्रित हैं. इसके अलावा गोविंदपुर स्थित स्टील स्ट्रिप्स व्हीलस कंपनी भी प्रभावित होगी. आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया (आयडा) में 90 प्रतिशत ऐसी कंपनियां हैं, जो टाटा मोटर्स, कमिंस को फोर्जिंग, कास्टिंग, मशीन, रिम, नट-बोल्ट, रबर के सामान, कास्टिंग, फाइबर के सामान की सप्लाई आदि समानों की सप्लाइ करती है. जिससे प्रत्यक्ष रूप से 50 हजार और अप्रत्यक्ष रूप से 1.50 लाख मजदूर सीधे तौर पर प्रभावित होंगे.