जमशेदपुर में BPL बच्चों के एडमिशन के दस्तावेजों की हुई जांच, 250 सर्टिफिकेट निकले फर्जी
जमशेदपुर के प्राइवेट स्कूलों में बीपीएल बच्चों के नामांकन के लिए आए आवेदनों में 250 फर्जी पाए गये. इसमें 75 लोगों ने फर्जी आय प्रमाण पत्र बनावाया था.
जमशेदपुर: शहर के प्राइवेट स्कूलों में बीपीएल बच्चों के एडमिशन के लिए आरक्षित 25 फीसदी सीटों पर संपन्न परिवार के लोगों ने कब्जा करने की पूरी तैयारी की थी. जिला शिक्षा विभाग की ओर से विभिन्न विभागों में जांच के लिए भेजे गये सर्टिफिकेटों की जांच अंतिम चरण में है. सोमवार तक हुई जांच रिपोर्ट की अंतिम फाइल तैयार की गयी, जिसमें पाया गया कि कुल आवेदनों में 250 आवेदन फर्जी थे. अभिभावकों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर बच्चों के एडमिशन के लिए जिला शिक्षा विभाग में आवेदन कर दिया था.
इसमें 75 लोगों ने गलत तरीके से फर्जी आय प्रमाण पत्र बनाया था. जबकि 175 अभिभावकों ने अपने बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से बनवाया था. जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष पांडेय ने बताया कि सभी सर्टिफिकेट जहां-जहां से बने थे वहां से जांच करवाई जा रही है. इस बार 2740 आवेदन जमा हुए हैं. वैद्य आवेदनों को ही एडमिशन के लिए स्कूलों में भेजी जायेगी. सीटें कम होने पर लॉटरी होगी.
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फर्जी सर्टिफिकेट बनवा कर आवेदन करने वाले का रद्द हुआ आवेदन
फर्जी आवेदनकर्ताओं के आवेदन को रद्द कर दिया गया है. फर्जीवाड़ा करने वाले उक्त सभी आवेदकों की एक सूची तैयार की गयी है. इस सूची में जिन अभिभावकों के नाम शामिल हैं, उन पर किस प्रकार से कार्रवाई की जाये, इसे लेकर उपायुक्त के स्तर पर कोई निर्णय लिया जायेगा.
एक ही बच्चे का दो तिथि पर बनवा लिया जन्म प्रमाण पत्र
अभिभावकों द्वारा अजीबोगरीब कारनामा करने का मामला सामने आया है. आरटीइ सेल द्वारा जांच में पाया गया कि कई ऐसे अभिभावकों ने भी इस साल बीपीएल कोटे की सीट पर एडमिशन के लिए आवेदन दिया है, जिन्होंने पिछले साल भी आवेदन दिया था. हालांकि उसी बच्चे के जन्म की तिथि पिछले साल कुछ अलग थी, लेकिन इस बार जन्म प्रमाण पत्र अलग थी.