Jamshedpur news. व्यक्तित्व निर्माण की अनुपम पद्धति हैं आरएसएस की शाखाएं : गोपालजी
स्थापना के शताब्दी वर्ष पर टिनप्लेट मैदान में महानगर की 13 शाखाओं का शाखा महाकुंभ आयोजित
Jamshedpur news.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) जमशेदपुर महानगर द्वारा बस्तियों की शाखाओं की शाखा का महाकुंभ रविवार को टिनप्लेट फुटबॉल मैदान में आयोजित किया गया. इसमें महानगर के सभी 13 नगरों का प्रतिनिधित्व देखने को मिला. इस दौरान 107 बस्तियों ने अपनी-अपनी शाखाएं एक साथ लगायी और इसमें स्वयंसेवकों ने भाग लिया. संघ की महानगर में आदित्यपुर, बिष्टुपुर, सोनारी, मानगो, जुगसलाई, बागबेड़ा, परसुडीह, टेल्को, बिरसानगर, बारीडीह, साकची, बर्मामाइंस व पटमदा क्षेत्र की शाखाएं शामिल हैं. शाखाओं के महाकुंभ में प्रमुख रूप से विभाग के संचालक इंदर अग्रवाल, विभाग कार्यवाह मनोज गिरी, सह कार्यवाह लाभ, प्रचार प्रमुख आलोक पाठक, संपर्क प्रमुख संजय कुमार समेत बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित थे. मौके पर प्रांत प्रचारक गोपालजी का मार्गदर्शन स्वयंसेवकों को प्राप्त हुआ. उन्होंने संघ के सभी प्रयत्नों को विस्तारपूर्वक बताया. उन्होंने संघ की शाखा, जो व्यक्तित्व निर्माण की अनुपम पद्धति है, उसकी प्रासंगिकता को चित्रित किया. संघ की शाखाओं में होने वाले कार्यक्रम, जिनसे स्वयंसेवकों में सद्गुणों का विकास होता है, उस पर प्रकाश डाला. व्यक्तित्व, कृतित्व, नेतृत्व, समझदारी और समर्पण इत्यादि गुणों का निर्माण करने वाली शाखा के विभिन्न कार्यक्रम, जिनसे शारीरिक और बौद्धिक आयामों का सुदृढ़ीकरण होता है. राष्ट्रीय समस्या की सभी चुनौतियों को संघ अपनी योजना में संपादन के लिए लेता है और कार्यकर्ताओं को समाज की सज्जन शक्ति के रूप में विकसित करता है, इस बात पर भी उन्होंने जोर दिया.संघ के शताब्दी वर्ष पर विशेष रूप से पंच प्रण, जिनमें सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, स्व के भाव का जागरण, नागरिक कर्तव्य तथा पर्यावरण संरक्षण के विषय को विस्तार पूर्वक रखा गया. उन्होंने आग्रह किया कि हम सभी का प्रयास बस्तियों को शाखा युक्त करना है, जिनमें कम से कम तीन श्रेणी की शाखा विद्यार्थी, महाविद्यालय और व्यवसायी श्रेणी की शाखा लगे.
2025 में संघ अपनी स्थापना का मनायेगा शताब्दी वर्ष
जमशेदपुर महानगर के कार्यवाह रवींद्र कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 2025 में अपनी स्थापना का शताब्दी वर्ष मनायेगा. पहले देश में 54,382 संघ की शाखाएं थीं, वर्तमान में 61,045 शाखाएं लग रही हैं. साप्ताहिक मिलन में भी 4000 और मासिक संघ मंडली में विगत एक वर्ष में 1800 की बढ़ोतरी हुई है. संघ कार्य को लेकर समय देने के लिए देशभर में तीन हजार युवक शताब्दी विस्तारक के नाते निकले हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है