डीजल टेंपो को बाय, अब सीएनजी ऑटो को मिलेगी परमिट
शहर में डीजल टेंपो का नया परमिट निर्गत करने पर पिछले दस सालों से रोक है. वहीं, बढ़ते प्रदूषण व पर्यावरणीय दृष्टिकोण से सीएनजी टेंपो चलाने को प्राथमिकता दी जा रही है.
मनीष सिन्हा, जमशेदपुर : शहर में डीजल टेंपो का नया परमिट निर्गत करने पर पिछले दस सालों से रोक है. वहीं, बढ़ते प्रदूषण व पर्यावरणीय दृष्टिकोण से सीएनजी टेंपो चलाने को प्राथमिकता दी जा रही है. परिवहन सचिव ने जमशेदपुर शहरी क्षेत्र के लिए सीएनजी टेंपो का परमिट निर्गत करने का निर्देश दिया है. शहर में वर्तमान में 67 सीएनजी टेंपो चल रहे हैं, लेकिन शहरी क्षेत्र में रोक की वजह से परमिट निर्गत नहीं हो रहा था. साथ ही सीएनजी टेंपो का अपना स्टैंड नहीं है. इसके कारण अधिकांश टेंपो चालक रनिंग (सड़क से सड़क पर) टेंपो चला रहे हैं.
परिवहन सचिव ने पिछले दिनों रांची और जमशेदपुर में प्रदूषण के रोकथाम के लिए उच्च न्यायालय अौर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा पारित आदेश के आलोक में कदम उठाने को लेकर बैठक की थी. इसमें जमशेदपुर शहरी क्षेत्र में सभी टेंपो (अॉटो) का परमिट निर्गत नहीं होने को देखते हुए उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में सीएनजी वाहनों का परमिट संबंधित क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार द्वारा निर्गत करने का आदेश दिया गया.
शहर में नहीं है सीएनजी टेंपो का अलग से स्टैंड, चल रहे हैं 67 सीएनजी टेंपो
जमशेदपुर शहरी क्षेत्र में डीजल टेंपो समेत सभी तरह के परमिट निर्गत करने पर रोक है, परिवहन विभाग द्वारा सीएनजी परमिट निर्गत करने का निर्देश जारी किया है.
दिनेश कुमार रंजन, जिला परिवहन पदाधिकारी.
पैसे की बचत व थकावट भी नहीं होती : सेन
डिमना बस्ती निवासी सीएनजी टेंपो चालक श्यामल सेन ने ‘प्रभात खबर’ से बातचीत में कहा कि सीएनजी टेंपो चलाने से एक अोर जहां पैसे की बचत हो रही है, वहीं थकावट नहीं होती है. कहा कि साढ़े पांच किलो सीएनजी भराने पर 200 किमी गाड़ी चलाते हैं. डीजल टेंपो चलाने से थकावट होती थी, जो अब नहीं होती है. पारडीह में दो सीएनजी पंप हैं, जिसमें से एक चालू है (दूसरा चालू नहीं हुआ है) जहां से वे सीएनजी भराते हैं. डिमना रोड में भी सीएनजी पंप चालू होने वाला है. सीएनजी टेंपो की परमिट अभी नहीं मिली है, लेकिन जल्द मिलेगी.
मानगो समेत अन्य स्थानों पर है सीएनजी पंप
शहर में पारडीह, डिमना रोड समेत अन्य स्थानों पर सीएनजी पंप हैं. घर-घर गैस पाइप लाइन योजना का काम कर रही गेल कंपनी द्वारा पूरे शहर में 10 से 12 स्थानों पर सीएनजी सेंटर खोलने की तैयारी की गयी है अौर इसकी प्रक्रिया चल रही है, हालांकि शहर में सीएनजी अौर ई-रिक्शा का अलग से स्टैंड नहीं होने के कारण गाड़ी चलाने वालों को परेशानी हो रही है.
परिवहन सचिव का आदेश
रांची व जमशेदपुर के जिला परिवहन पदाधिकारी अपने जिले में निबंधित डीजल अॉटो, पेट्रोल अॉटो, ई-रिक्शा, सीएनजी वाहन का आंकड़ा विभाग को उपलब्ध करायेंगे.
रांची व जमशेदपुर शहरी क्षेत्र में अॉटो के परिचालन के लिए परमिट की संख्या निर्धारण के लिए प्रादेशिक परिवहन प्राधिकार के उप परिवहन आयुक्त सह सचिव द्वारा प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता में बैठक की जायेगी, जिसमें नगर आयुक्त, ट्रैफिक डीएसपी (एसपी), जिला परिवहन पदाधिकारी शामिल होंगे. बैठक में अॉटो की परमिट संख्या निर्धारण किया जायेगा.