Jamshedpur news. दलमा के जंगल के पेड़ों और पौधों की पहचान के लिए चलेगी मुहिम, कई दुर्लभ प्रजातियां दलमा में मौजूद

चीन, अफगानिस्तान और भूटान में पाये जाने वाले मेडिसिनल प्लांट दलमा में भी

By Prabhat Khabar News Desk | February 8, 2025 7:58 PM
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Jamshedpur news.

दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में पेड़-पौधों के कई दुर्लभ प्रजातियां हैं. इसके अलावा कई सारी जड़ी बुटियां भी हैं. मेडिसिनल प्लांट काफी ज्यादा है. इस कारण वन विभाग अब इसकी पहचान करने की कोशिश कर रही है. मेडिसिनल प्लांट ऐसे हैं, जो चीन, अफगानिस्तान और भूटान में पाये जाते हैं. ऐसे सारे पेड़ और पौधों की नये सिर से पहचान करायी जायेगी, ताकि देश को इसका लाभ मिले. साथ ही पौधों की प्रजातियों को और जगहों तक फैलायी जा सके. इसके सैंपल को भी एक जगह रखा जायेगा, ताकि लोगों को मदद मिल सके. अब तक की जानाकारी के मुताबिक दलमा में डिक्लिप्टेरा, थेस्पेसिया लंपस, बवहिनिया रॉक्सब्यूरघियाना समेत कई सारे प्लांट हैं, जो कई तरह की बीमारियों के इलाज में मिदद मिलता है. हेमिग्राफीस का इस्तेमाल एनिमिया समेत कई बीमारियों के उपचार में प्रयुक्त होता है. वहीं डिक्लिप्टेरा का उपयोग हृदय रोग, कैंसर, डायबटीज, आख, कान से संबंधित बीमारियों की दवाएं बनाने में होता है. यह खुजली के इलाज में भी कारगर है. कई स्थानों पर काला शीशम के पेड़ हैं, जो जोड़ों के दर्द के इलाज से लेकर पेशाब और आंत के इलाज में मदद मिलती है. कालमेघ भी यहां पाये जाते हैं, जो पेट से जुड़ी बीमारियों का इलाज संभव हो पाता है. ऐसे कई और पेड़ और पौधों की पहचान करायी जायेगी, जिसको लेकर जानकारों का एक समागम कराया जायेगा. बर्ड फेस्टिवल की तर्ज पर इसको कराने की योजना है, ताकि ऐसे कई प्लांट की पहचान की जा सके.

प्लांट और पेड़ों की पहचान कर इसका बेहतर इस्तेमाल होगा : डीएफओ

दलमा के डीएफओ सबा आलम अंसारी ने बताया कि प्लांट और पेड़ों की पहचान कर इसका बेहतर इस्तेमाल हो सके और कैसे इसको संरक्षित और संवर्धित किया जा सके, इसके लिए हम लोग कोशिश कर रहे हैं.

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