CBSE 12वीं में इकोनॉमिक्स से रहेंगे 40-40 मार्क्स के प्रश्न, ऐसे दें इन सवालों का जवाब, नहीं होगी गलती
CBSE 12th Exam Preparation: ध्यान दें अगर यह दो टॉपिक बढ़िया से हो गया, तो आप आराम से 80 मार्क्स क्रॉस कर जायेंगे. इन टॉपिक में डिपर नॉलेज होनी चाहिए. यह कॉन्सेप्ट बेस्ड टॉपिक है. इसलिए सबसे पहले कॉन्सेप्ट क्लियर कर लें.
CBSE 12th Exam Preparation: एग्जाम के दृष्टिकोण से देखें तो इकोनॉमिक्स दो हिस्से में बटा है. सेक्शन ए में मैक्रो इकोनॉमिक्स 40 मार्क्स का और सेक्शन बी में इंडियन इकोनॉमिक्स डेवलपमेंट (IED) 40 मार्क्स का रहता है. ओवरऑल 20 मार्क्स के मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन और 60 मार्क्स के सब्जेक्टिव क्वेश्चन रहेंगे. दोनों में इनिशियल च्वाइस रहता है. यानी क्वेश्चन के बदले दूसरा क्वेश्चन सॉल्व करने का विकल्प. स्टूडेंट्स अपनी सहूलियत के हिसाब से क्वेश्चन सॉल्व कर सकते हैं.
बार-बार अभ्यास से होगी गलती दूर
स्टूडेंट्स को क्रिटिकल थिंकिंग बेस्ड क्वेश्चन पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए. इसमें सिचुएशन दिया जाता है. एनालिसिस कर उत्तर देना होता है. यह एजरशन रीजन बेस्ड क्वेश्चन रहता है. इसमें अधिकतर स्टूडेंट्स गलती करते हैं. इसे बहुत की केयरफुल होकर सॉल्व करना है. अगर आप 90 प्लस मार्क्स के लिए जा रहे हैं, तो इसे बढ़िया से करना होगा. गलती दूर करने के लिए क्वेश्चन को दो-तीन बार अच्छे से पढ़ लें और समझ लें, फिर जवाब लिखें. सेंपल पेपर से तैयारी अच्छी रहेगी. बार-बार अभ्यास करने से यह हो जायेगा. इससे करीब 20 मार्क्स के क्वेश्चन पूछे जाते हैं.
आसान है थ्योरिटिकल क्वेश्चन
सेक्शन बी में इंडियन इकोनॉमिक डेवलपमेंट आसान है. इससे न्यूमेरिकल नहीं, थ्योरिटिकल क्वेश्चन पूछे जाते हैं. यहां से 40 मार्क्स मिलेंगे. गवर्नमेंट बजट एंड मनी एंड बैंकिंग भी थ्योरिटिकल टॉपिक है. यह भी आराम से हो जाता है. फिर भी बुक को अच्छी तरह जरूर पढ़ जाएं. इससे टॉपिक को लेकर आपका कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा. एनसीइआरटी बेस्ट बुक रहेगी. वैसे क्लास में अगर कोई बढ़िया रिफरेंस बुक से भी पढ़ाया गया हो, तो उसे भी देखा जा सकता है. बोर्ड परीक्षा के लिए अगल से नोट बनाना चाहिए.
इनकम मल्टीप्लायर का करें अभ्यास
अधिकतर स्टूडेंट्स को नेशनल इनकम, डिटरमिनेशन ऑफ इनकम एंड इंप्लॉयमेंट (इनकम मल्टीप्लायर) में दिक्कत होती है. ध्यान दें अगर यह दो टॉपिक बढ़िया से हो गया, तो आप आराम से 80 मार्क्स क्रॉस कर जायेंगे. इन टॉपिक में डिपर नॉलेज होनी चाहिए. यह कॉन्सेप्ट बेस्ड टॉपिक है. इसलिए सबसे पहले कॉन्सेप्ट क्लियर कर लें. इसके लिए फॉर्मूला ढंग से देख लें. बल्कि सभी फॉर्मूला एक जगह लिखकर हमेशा टेबल के सामने रखें. इसमें ग्राफ भी रहते हैं. इसका भी बढ़िया से अभ्यास होना चाहिए.