केंद्र ने शहरी निकायों के जल स्रोतों का किया सर्वे
भारत सरकार जल संसाधन मंत्रालय द्वारा करवाये गये लघु सिंचाई वाटर बॉडी सेंशस गणना में पहली बार शहरी निकायों में जल स्रोतों की गणना की गयी है. सूत्रों के मुताबिक भविष्य में सरकार की योजना को फलीभूत करने के उद्देश्य व वैकल्पिक फसल के साथ-साथ और जलसंकट की घड़ी में और खासकर बेहतर कल को लेकर गणना किये गये जल स्रोतों से पानी का इस्तेमाल और अन्य जनहित के कार्य किये जायेंगे.
मानगो नगर नगम में तीन व जमशेदपुर अक्षेस में नौ मुख्य जल स्रोत, अॉनलाइन दर्ज हुई रिपोर्ट
जमशेदपुर : भारत सरकार जल संसाधन मंत्रालय द्वारा करवाये गये लघु सिंचाई वाटर बॉडी सेंशस गणना में पहली बार शहरी निकायों में जल स्रोतों की गणना की गयी है. सूत्रों के मुताबिक भविष्य में सरकार की योजना को फलीभूत करने के उद्देश्य व वैकल्पिक फसल के साथ-साथ और जलसंकट की घड़ी में और खासकर बेहतर कल को लेकर गणना किये गये जल स्रोतों से पानी का इस्तेमाल और अन्य जनहित के कार्य किये जायेंगे.
महिनों चले गणना में पाया गया कि मानगो नगर नगम में तीन और जमशेदपुर अक्षेस में नौ मुख्य जल स्रोत हैं. मानगो नगर निगम में तीन अलग-अलग मानकों (ग्राउंड वाटर, सरफेस वाटर और वाटर बॉडी) में वार्ड नंबर नौ कुमरूम बस्ती और संकोसाई के अलावा वार्ड नंबर 10 में एमजीएम कॉलेज का तालाब स्थायी जल स्रोत है.
इसी तरह जमशेदपुर अक्षेस में जुबिली पार्क स्थित तालाब, धातकीडीह तालाब, बिरसानगर, नीलडीह, सिदगोड़ा सूर्य मंदिर समेत कुल नौ अलग-अलग तालाब स्थायी जल स्रोत हैं. सर्वे का डाटा ऑनलाइन दर्ज किया गया है. इसके अलावा चाकुलिया नगर परिषद में छोटे-बड़े 17 तालाब हैं, इसमें निजी और सरकारी तालाब शामिल हैं, जबकि जुगसलाई नगर परिषद में शून्य जल स्रोत हैं.
अक्तूबर 2019 में जिले के 11 प्रखंडों में शुरू हुई सेंशस
पूर्वी सिंहभूम जिले में लघु सिंचाई वाटर बॉडी सेंशस गणना गत अक्तूबर 2019 से शुरू हुई थी. सेंशन में जिले के 11 प्रखंडों को 1787 गांवों में से अब तक 1575 गावों के सभी आकड़ों को विभाग के पास विहिप प्रपत्र में ऑनलाइन भेजा गया है.