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जनजातीय सिनेमा के निर्माता-निर्देशकों को वित्तीय मदद करेगी झारखंड सरकार, जमशेदपुर में बोले सीएम चंपाई सोरेन

जमशेदपुर के सिने अवार्ड समारोह में सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि जनजातीय सिनेमा के निर्माता-निर्देशकों को सरकार वित्तीय मदद करेगी. पोटो हो के नाम से संस्था बनाकर एक छत के नीचे काम करें, ताकि फिल्म निर्माण से जुड़े लोगों की पहचान करने में सुविधा हो.

By Guru Swarup Mishra | June 16, 2024 10:17 PM
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जमशेदपुर: सिने अवार्ड समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि राज्य में जनजातीय सिनेमा उद्योग समृद्ध व विकसित हो रहा है. निर्माता-निर्देशक समाज के ज्वलंत मुद्दों पर अच्छी फिल्में बना रहे हैं. राज्य सरकार राज्य के सभी जनजातीय सिनेमा के निर्माता-निर्देशक को वित्तीय सहयोग प्रदान करेगी. निर्माता-निर्देशक फिल्म का बजट तैयार करें. सरकार वित्तीय सहायता उपलब्ध करायेगी. उन्होंने कहा कि झामुमो के नेतृत्व में चल रही सरकार यहां की सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक व शैक्षणिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है. कई जनकल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही हैं. उन्होंने कहा कि निर्माता-निर्देशक व फिल्म निर्माण से जुड़े लोग पोटो हो के नाम से संस्था बनाकर एक छत के नीचे काम करें, ताकि सरकार को भी फिल्म निर्माण से जुड़े लोगों की पहचान करने में सुविधा हो.

सिनेमा समाज का आईना है : दीपक बिरुआ
विशिष्ट अतिथि मंत्री दीपक बिरुआ ने कहा कि सिनेमा समाज का आईना है. यह हमारी जिंदगी, संस्कृति और सामाजिक मुद्दों को प्रतिबिंबित करता है. सिनेमा के माध्यम से हम विभिन्न लोगों के अनुभवों और भावनाओं को समझ सकते हैं. यह एक ऐसा साधन है जो समाज में जागरूकता और बदलाव लाने में मदद करता है. फिल्मों के पात्र और कहानियां हमें आत्म-विश्लेषण और सामाजिक सुधार के लिए प्रेरित करते हैं.

जनजातीय समाज में अच्छी फिल्में बन रही हैं: बन्ना गुप्ता
मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जनजातीय समाज पर आधारित फिल्में अब ध्यान खींच रही हैं. ये जनजातीय जीवन की वास्तविकता को दर्शाती हैं. उनके जीवन की सच्चाइयां और संघर्ष उजागर हो रहे हैं. फिल्म निर्माता जनजातीय कहानियों को प्रामाणिकता के साथ प्रस्तुत करने के लिए स्थानीय कलाकारों और परामर्शदाताओं को शामिल कर रहे हैं. इस प्रक्रिया से जनजातीय समाज की आवाज को मुख्यधारा में पहचान मिल रही है. ये फिल्में समाज को जागरूक करने और जनजातीय समुदायों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने का महत्वपूर्ण साधन भी बन रही हैं.

बार बिता हासा लागिड को मिला बेस्ट फिल्म का पुरस्कार
बिष्टुपुर एक्सएलआरआई प्रेक्षागृह में रविवार को ऑल इंडिया हो फिल्म एसोसिएशन की ओर से नेशनल हो फिल्म फेस्टिवल सिने अवॉर्ड समारोह का आयोजन किया गया. सिने अवॉर्ड समारोह में बेस्ट फिल्म का पुरस्कार बार बिता हासा लागिड को दिया गया. बेस्ट एक्टर व एक्ट्रेस का पुरस्कार अरबिन तियु व पार्वती सूरी को दिया गया. वहीं बेस्ट डायरेक्टर का पुरस्कार मनोरंजन पूर्ति को दिया गया. जबकि बेस्ट स्टोरी का पुरस्कार फिल्म बार बिता हासा लागिड को दिया गया. पुरस्कार वितरण से पूर्व अतिथियों ने ओतगुरु लाको बोदरा की तस्वीर पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर सिने अवॉर्ड समारोह का विधिवत शुभारंभ किया गया. ऑल इंडिया हो फिल्म एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरा बिरूली ने स्वागत भाषण देकर अतिथियों का अभिनंदन किया. सतरंगी रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच भी पुरस्कार बांटे गये. इस नेशनल हो फिल्म फेस्टिवल में झारखंड, ओडिशा के भी फिल्म निर्माता-निर्देशक व सिने अभिनेता व अभिनेत्रियों ने शिरकत की.

बुधन सिंह हेस्सा को दिया गया लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
ऑल इंडिया हो फिल्म एसोसिएशन की ओर से सिने अवॉर्ड समारोह में साहित्यकार व सामाजिक कार्यकर्ता बुधन सिंह हेस्सा (60 वर्षीय) को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से नवाजा गया. उन्हें यह पुरस्कार आदिवासी हो समाज के उत्थान व प्रगति के लिए किये जा रहे विशिष्ट कार्यों के लिए दिया गया. बुधन सिंह हेस्सा को ओडिशा में साहित्य रत्न व साहित्य अकादमी की ओर से हो कवि के रूप में सम्मानित किया जा चुका है. मौके पर बुधन सिंह हेस्सा ने कहा कि वे समाज के लिए जितना भी कार्य करे, वह उनका सदैव ऋणी ही रहेंगे. क्योंकि समाज ने ही उन्हें इस लायक बनाया है कि आज वे कुछ बोलने की स्थिति में हैं. उन्होंने युवाओं से कहा कि वे सामाजिक कार्यों में आगे आयें. क्योंकि समाज को आगे ले जाने की जिम्मेदारी उनके ही कंधे पर है.

कलाकारों ने डांस-मस्ती का लगाया तड़का
सिने अवॉर्ड समारोह का शुभारंभ पारंपरिक व वेस्टर्न म्यूजिक के फ्यूजन के साथ किया गया. दमा दुमंग और वेस्टर्न म्यूजिक की जोड़ी ने सिने अवॉर्ड समारोह को मनोरंजक बनाया. वहीं झारखंड, बंगाल व ओडिशा के डांस ग्रुप्स ने एक से बढ़कर एक हो गाने पर अपनी बेहतरीन कला प्रस्तुति देकर डांस-मस्ती का तड़का लगाया. डांस कलाकार ने पारंपरिक और वेस्टर्न आउटफिट को पहनकर खूब धमाल मचाया. जिसमें राजूराज बिरुली एंड पूजा की सुपर मॉडल ग्रुप (जमशेदपुर) राजकुमार पूर्ति एंड सोनी मुर्मू ग्रुप (ओडिशा ), बाप्पी एंड ग्रुप (रायरंगपुर, ओडिशा), अक्षय सिंह एंड पिंकी मुंडा ग्रुप (पश्चिम बंगाल), अरुण मुंडारी डांस ग्रुप (ट्रेडिशनल डांस ग्रुप रांची), फूलमती सिरका एंड राजेश ग्रुप (चाईबासा), दीपिका एंड दीप्ति हेस्सा सिस्टर्स, बिंदास डांस ग्रुप व फूलमती एंड राजेश डांस ग्रुप ने बेहतरीन परफॉर्मेंस दिया.

इन्हें मिला पुरस्कार
फीचर फिल्म कैटेगरी में
बेस्ट फिल्म -बार बिता हासा लागिड
बेस्ट डायरेक्टर-मनोरंजन पूर्ति (बिरला)
बेस्ट स्टोरी- बार बिता हासा लागिड (डोबरो पूर्ति)
बेस्ट एक्टर-अरबिन तियू (बार बिता हासा लागिड)
बेस्ट एक्ट्रेस -पावर्ती सूरी (फागुन पोनई)
बेस्ट सपोर्टिंग मेल एक्टर-सतीश बड़ाइक (बिरला)
बेस्ट सपोर्टिंग फीमेल एक्ट्रेस-सुशांति बोयपाई (बार बिता हासा लागिड )
बेस्ट गीतकार-लक्ष्मण बाबू (फागुन पोनई)
बेस्ट बैकग्राउंड म्यूजिक-निपेन देमता (बार बिता हासा लागिड)
बेस्ट मेल सिंगर-ललिता बागे (बिरला)
बेस्ट सिंगर फीमेल-मीना बानरा (फागुन पोनई)

इन्हें मिला पुरस्कार
बेस्ट कोरियोग्राफर -रामदास मानिकपुरी
बेस्ट कैमरा-अजय कुमार (बिरला)
बेस्ट एडिटर-शिवा बिरुआ (बार बिता हासा लागिड)
बेस्ट कॉमेडी -मार्शल गोडसोरा (बिरला)
बेस्ट निगेटिव रोल -रामदास मानिकपुरी (बिरला)
जूरी अवॉर्ड -माइकल योरके (हो पीपल ऑफ़ द राइस पॉट)
शॉर्ट फिल्म कैटेगरी में
बेस्ट शॉर्ट फिल्म – सिंदूरी
बेस्ट शॉर्ट स्टोरी-श्याम कुदादा (दुलड़ तोरंग अन्डो मिसे)
बेस्ट शॉर्ट एक्टर -कारण हेंब्रम (सिंदूरी)

इन्हें मिला पुरस्कार
बेस्ट शॉर्ट एक्ट्रेस-दीप्ति हेस्सा (सिंदूरी)
बेस्ट शॉर्ट डायरेक्टर- दीपक सिंह बारी (सिंदूरी)
बेस्ट शॉर्ट कैमरामैन -शिवा अंगराई (सिंदूरी)
बेस्ट शॉर्ट एडिटर-ए कृष्णा हेंब्रम (देशाउली)
बेस्ट मेकअप -मीनू बानरा -(बीड़ी )
बेस्ट बैकग्राउंड म्यूजिक-प्रधान तामसोय (दुलड़ तोरंग अन्डो मिसे)
बेस्ट ज्यूरी अवॉर्ड-सुशांति हेंब्रम (दुलड़ तोरंग अन्डो मिसे)
म्यूजिक वीडिया एल्बम कैटेगरी
बेस्ट म्यूजिक एल्बम (ट्रेडिशनल )-बुरु बितेर

इन्हें मिला पुरस्कार
बेस्ट म्यूजिक एल्बम (मॉडर्न )- मोय मोय
बेस्ट एक्टर-राज कुमार पूर्ति (बुरु कुटी 2.0)
बेस्ट एक्ट्रेस-पिंकी मुंडा (दिल रिनी धड़कन)
बेस्ट डायरेक्टर-पूर्ति स्टार (मोय मोय)
बेस्ट लिरिक्स -अरुण मुंडरी एंड तुरी गिलुआ (बुरु बितेर)
बेस्ट मेल सिंगर- पूर्ति स्टार (सुपर मॉडल)
बेस्ट फीमेल सिंगर- भारती पूर्ति (जोका जोका नेपेल)
बेस्ट कोरियोग्राफर -छोटू लोहार (फेसबुक रानी)
बेस्ट कैमरामैन- टॉम बाबू (बुरु कुटी 2.0)
बेस्ट एडिटर -आरबीके (मडकम राशी)
बेस्ट मेकअप -अक्षय पूर्ति -बुरु कुटी 2. 0
बेस्ट स्टाइलिश म्यूजिक एल्बम -कुड़ी आम गे
स्पेशल पब्लिक चॉइस एंड जूरी अवॉर्ड -निर्मला किस्कू
जूरी अवॉर्ड -दूलड़ रेया सार और जुवान बोयसी.

5 फीचर फिल्म, 7 शॉर्ट फिल्म व 27 म्यूजिक वीडियो को मिली थी इंट्री
नेशनल हो फिल्म फेस्टिवल में 27 म्यूजिक वीडियो एल्बम, 7 शॉर्ट फिल्म एवं 5 फीचर फिल्म को इंट्री मिली थी. जिसमें से एक यूनाइटेड किंगडम (लंदन) की फिल्म को भी इंट्री मिली थी. चार सदस्यीय जूरी मेंबर एक्टर व डायरेक्टर राजूराज बिरुली, फिल्म के कोरियोग्राफर प्रधान बानसिंह, एक्टर प्रकाश पूर्ति व एडिटर चरण उगुरसुंडी ने बारीकी से सभी फिल्मों को देखा व परखा.

इनका भी रहा योगदान
नेशनल हो फिल्म फेस्टिवल को सफल बनाने में एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरा बिरुली, डेविड सिंह बानरा, दुर्गा चरण बारी, समीर कालुंडिया, रवि सवैयां, निकिता बिरुली, उपेंद्र बानरा, सीता हेंब्रम, पुरान हेंब्रम, अजय बिरुली, दुगाई कुंकल, रायसिंह बिरुआ, विजय बारी, अनिल बोदरा, मार्शल बिरुली, विकास, सरस्वती हेंब्रम आदि का सराहनीय योगदान रहा.

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